न्यूज डेस्क/जनपथ न्यूज
Reported by: विकास कुमार, सहरसा
Edited by: राकेश कुमार
मई 7, 2022
सहरसा: भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी और उसकी स्पेशल विजिलेंस यूनिट की तरफ से ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है। ताजा मामला बिहार के सहरसा जिले से है। बिहार की विशेष निगरानी इकाई की टीम ने आय से अधिक सम्पत्ति के मामले सहरसा के जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी के विभिन्न ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की। निगरानी की स्पेशल विजनेस से यूनिट ने आज सहरसा के जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी के ठिकानों पर छापेमारी की। तकरीबन 5 से 6 घंटे तक चली छापेमारी में कई सामान बरामद किए गए वही उनके खिलाफ मामला दर्ज करते हुए निगरानी की स्पेशल यूनिट ने छापेमारी की है जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी के सहरसा और मुजफ्फरपुर स्थित आवास पर छापेमारी की है।
जानकारी के अनुसार उनके ऊपर आय से अधिक लाखों से ज्यादा की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। उनके सहरसा स्थित सरकारी आवास पर सुबह-सुबह विजिलेंस की टीम पहुंच गई जहां दो अलग-अलग टीमों में उनके आय और संपत्ति की जांच की गई। इस दौरान टीम के अधिकारी ने एक बड़ा खुलासा किया है।
इकाई के अपर महानिदेशक नय्यर हसनैन खान ने बताया कि सुरेश चौधरी पर आरोप है कि सरकारी सेवा में रहते हुए उन्होंने गलत तरीके से अकूत सम्पत्ति अर्जित की है जो कि उनके द्वारा प्राप्त वेतन एवं अन्य ज्ञात स्रोतों की तुलना में बहुत अधिक है।
नय्यर हसनैन खान ने बताया कि तलाशी के दौरान मुजफ्फरपुर एसबीआई बैक के खाते में 17 लाख रूपये, पंजाब नेशनल बैक में लगभग 3 लाख रूपये, 11 लाख रूपये नकद राशि बरामद किया गया है। खान ने बताया कि तलाशी के दौरान आरोपी द्वारा काफी राशि जमीन खरीदने में किया गया है जिसका लगभग 15 डीड प्राप्त हुआ जो मुख्यतः मुजफ्फरपुर, मोतीपुर और हाजीपुर का है इनमें लगभग तीन करोड़ से अधिक राशि निवेश होने के साक्ष्य मिले हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा आरोपी और उसके आश्रितों के पास से लगभग 38 से अधिक बैंक में खाते एवं सावधि जमा है।
बता दे कि 5 से 6 घंटे तक चली छापेमारी के बाद जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी ने एक बड़ा खुलासा किया है उन्होंने बताया है कि विजिलेंस टीम द्वारा की गई छापेमारी में गलत जानकारी दी जा रही है। उनके पास से बरामद की गई राशि सरकारी पैसे हैं। उन्होंने बताया कि इसी महीने में वे रिटायर होने वाले हैं और साजिश के तहत मुझे फंसाया जा रहा है ।

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