एक सफल उद्यमी का प्रेरणाश्रोत बनी ‘मंजू पुष्कर’, कई को दिया रोजगार का अवसर
वो दिन अब चले गए जब महिलाओं को हर क्षेत्र में कमजोर समझा जाता था। अब वो महिलायें पुरुषों से भी आगे निकल चुकी हैं। पूरे संसार में महिलाओं ने उस निगेटिव धारणा को खत्मे कर दिया है जो कहते थे कि महिलाएं परिवार की कमजोर कड़ी होती हैं। अब वो सिर्फ एक हाउस वाइफ नहीं हैं वो डॉक्टरर, इंजीनियर, साइंटिस्टर, से हटकर और आगे तक पहुंच गई हैं। वो अब एक उद्यमी बन चुकी हैं खुद के दम पर आज वो अपना बिजनेस न केवल अपने शहर तक सीमित कर रहीं हैं बल्कि देश और विदेशों में भी वो चर्चा का विषय बन चुकी हैं। यहां पर हम आपको ऐसी ही कुछ शख्सियत के बारे में बताएंगे जो कि महिलाओं का नाम राज्य नहीं बल्कि पुरे देश स्तार तक पहुंचा दिया है।
मंजू पुष्कर इस समय ये इंडिया में सबसे बड़े महिला उद्यमी में नाम आता है. इसके अलावा इनकी पहचान कई और तरीकों से होती है जैसे कि अध्यात्मवादी, मानवतावादी,
उद्यमी,शिक्षाविद और समाजसेवी के रूप में लेकिन इनकी सबसे बड़ी पहचान है पुष्कर किचन के चेयरमैन के रुप में, उन्होंने ये काम एक साल पहले शुरू किया है जब कोविड के समय उनका पार्लर बंद था और वो खाली थी क्यूं कि उन्हें खाली रहना पसंद नहीं है और कुकिंग उनका शौक भी है तो उन्होंने home made snacks का काम शुरू किया.
मंजू पुष्कर उतरप्रदेश के मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखती है। उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है । वह शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे भी है।
मंजू पुष्कर की प्रेरणा उनका परिवार ही है परिवार में उनको सब ही लोग सपोर्ट करते हैं
मंजू पुष्कर एक ऐसी भारतीय महिला उद्यमी हैं, जिन्होंने कोविड के समय उनका पार्लर बंद होने के बाद आनलाईन पुष्कर किचेन पोर्टल की स्थापना की है। वे इसकी सीईओ ( Chief Executive Officer ) भी हैं। इसकी स्थापना के बाद इन्होने कई महिलाओ को रोजगार भी दिया.इनका उदेश पुष्कर किचेन के तहत महिलाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देना है.
मंजू पुष्कर ने पुष्कर किचेन के तहत उद्यमिता को बढ़ावा भी दिया बल्कि कई महिलाओ को रोजगार की राहे आसन किया है. इन्होने पुष्कर किचेन के तहत महिलाओं को पूर्वाग्रह से मुक्त जगह दी और अवसरों देकर महिलाओं की मदद की है. मंजू पुष्कर व्यक्तिगत संपर्कों के माध्यम से, यूनिट बड़े आकार के ऑर्डर प्राप्त करने में सक्षम है और वे अपने उत्पादों के लिए किसी भी समस्या की परिकल्पना नहीं करते हैं। लघु उद्योग पुष्कर किचेन , पुरे उतरप्रदेश को गर्व है.
मंजू पुष्कर के अनुसार, पहले के दिन बहुत कठिन थे और कठिनाइयों से भरे थे। उन्हें वित्तीय संस्थानों से या किसी अन्य स्रोत से समर्थन नहीं मिला हालांकि इस क्षेत्र में , उद्यमी के लिए संभावनाएं थीं, लेकिन संबंधित मित्रो की सहयता से इस व्यवसाय में बने रहने का फैसला किया और आज वो सफल , उद्यमी महिला के रूप में जानी जाति है.
मंजू पुष्कर के उद्यमियों के पांच विकास के सूत्र जो दिए है इस प्रकार है :
1 अपने काम में खुद सक्षम हों
2 काम को समय पर पूरा करें
3 काम में परफेक्शन होना बहुत जरूरी है
4 अपने स्टाफ को फैमिली को तरह समझें
5 अपने आप पर विश्वास रखें