जनपथ न्यूज डेस्क/पटना
28 सितंबर 2022
पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ने पी.एफ.आई. पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे एक सराहनीय और साहसिक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि पी.एफ.आई. देश विरोधी गतिविधियों में लगा हुआ था एवं विदेशों से अवांछित तरीके से पैसे लेकर राष्ट्र विरोधी कार्यो में संलिप्त पाया गया है, जिसके प्रत्यक्ष प्रमाण मिले हैं।
साथ ही, उन्होंने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव द्वारा पी.एफ.आई. से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना करने एवं प्रतिबंध लगाने हेतु की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा की एवं इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि लालू यादव को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर टिप्पणी करने से पहले अपने राजनीतिक चरित्र को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है। लालू जी को आर.एस.एस. पर टिप्पणी करने के पहले इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि भारत के शीर्ष पदों पर आसीन रहे पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व उपराष्ट्रपति आर.एस.एस. के स्वयंसेवक रहे हैं और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी आर.एस.एस. के स्वयंसेवक रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आर.एस.एस. एक अनुशासित एवं राष्ट्रवादी संगठन है, जिसकी स्थापना के 100 वर्ष 2025 में पूरे होंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश में राष्ट्रवादी सोच की मजबूती और राष्ट्र नव निर्माण में जुटा है। ऐसे ऐतिहासिक एवं मर्यादित संगठन के विरुद्ध प्रतिकूल टिप्पणी निन्दनीय है।