जनपथ न्यूज डेस्क, पटना
Edited by: राकेश कुमार
18 जून 2022
पटना: भारत सरकार की अग्निपथ योजना का सबसे ज्यादा विरोध बिहार में देखने को मिल रहा है जहां प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया है। बिहार के की जिलों में छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया और ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। इस अग्निपथ की आग के पीछे अब कोचिंग सेन्टर्स का नाम सामने आ रहा है। इस मामले पर पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि जिन लोगों को हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया गया उनके फोन खंगालने पर पता चला है कि व्हाट्एप के जरिए कोचिंग सेंटर्स ने हिंसक प्रदर्शन और उकसाने के मैसेज और वीडियो भेजे हैं। उन्होंने कहा, “उसके आधार पर कोचिंग सेंटरों की भूमिका की जांच की जा रही है और कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने कहा कि बिहार में हिंसक प्रदर्शन के पीछे कई कोचिंग सेंटर्स की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। उन्होंने कहा कि हिंसक प्रदर्शन के मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में भी ये बात सामने आई कि 7 से 8 कोचिंग सेंटर्स ने इन लोगों के फोन पर हिंसक मैसेज व्हाट्सएप के जरिए भेजे हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। इस मामले में 170 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है जिसमें से 46 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।