जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
28 नवम्बर 2022

भागलपुर/पटना : तेजस्वी यादव के बाद अब बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने भी बिहार के साथ भेदभाव का राग अलापा है। उन्होंने कल बिहार के डिप्‍टी सीएम तेजस्वी यादव के उस बयान पर सहमति जाहिर की है कि जिसमें उन्‍होंने कहा था कि बिहार की उपेक्षा हो रही है। तेजस्‍वी ने आरोप लगाया था कि बिहार को विकास के लिए पैसे नहीं दिए जा रहे हैं, जिससे विकास प्रभावित हो रहा है। वहीं, अब तेजस्‍वी के समर्थन में केंद्र की तरफ से बिहार के विकास के लिए पैसे उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सही है कि एनडीए से अलग होने के बाद बिहार के साथ अनदेखी हो रही है। भारत सरकार और वित्त मंत्रालय के की ओर से हमारी बातों को स्वीकार नहीं किया जा रहा। विजय चौधरी ने कहा कि बिहार गरीब प्रदेश है और उसके पास सीमित संसाधन है बावजूद इसके हमने तरक्की की है। विकास दर राष्ट्रीय औसत से अच्छा है और नीतीश कुमार की विश्वसनीयता है इसी के आधार पर हम विशेष राज्य का दर्जा मांग रहे हैं।

गठबंधन टूटने का बताया फॉर्म्युला : वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जब हम लंबे समय से एनडीए के साथ रहे हैं। उस वक्त अटल बिहारी वाजपेई की सरकार थी, तब कई तरह की योजनाएं थीं। जिसमें राज्‍यों को केंद्र का साथ मिलता रहता था। योजनाओं के लिए केंद्र सरकार बिहार की सहायता कर रही थी, लेकिन अब केंद्र सरकार अपनी हिस्सेदारी घटा रही है। पहले केंद्र और सरकार रेशियो 90 और 10 फीसद का हुआ करता था। बाद में इसे 75 फीसद और 25 फीसद का कर दिया गया। इसके बाद इसे 60-40 कर दिया गया और अब 50-50 कर दिया है। विजय चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार धीरे-धीरे अपना हाथ खींच रही है, जिसकी वजह से राज्य पर दबाव बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यों के पास सीमित संसाधन होते हैं। बिहार जैसे गरीब राज्य के पास तो वैसे भी कम संसाधन है।

विजय चौधरी ने बताया इसी लिए टूट गया गठबंधन : विजय चौधरी ने कहा कि हमें केंद्र सरकार से उम्मीद है कि वह हमारे साथ इंसाफ करेगी। जदयू के नेता ने कहा कि भाजपा और जदयू के गठबंधन के टूटने का प्रमुख कारण यही है कि बिहार की उपेक्षा हो रही थी। डबल इंजन से हमारी उम्मीद थी कि हम तेज गति से बिहार का विकास करेंगे लेकिन दूसरा इंजन बिहार के विकास को पीछे की तरफ खींचने लगा। जिसका नतीजा था कि हमें अलग होना पड़ा। उनकी नीतियां और उनके सिद्धांत हमारे सिद्धांत और नीतियों से अलग है, जिसका कारण था कि यह गठबंधन टूट गया।

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