*वोट बहिष्कार कर सड़क पर उतरने का मन बना रहे मतदाता, वार्ड 12 के लोग भी हुए गोरबंद*

*हो रही है हिंदू-मुस्लिम की बात,प्रशासन रहें सजग*

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना, भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
1 अक्टूबर 2022

भागलपुर : भागलपुर नगर निगम चुनाव का बिगूल बजने के दिन से लेकर अबतक भागलपुर का सियासी तापमान बढ़ा हुआ है। शुक्रवार को जहां एक तरफ चुनाव चिन्ह का आवंटन होने से मेयर-डिप्टी मेयर व पार्षद प्रत्याशीगण अपने-अपने पक्ष में मतदाताओं को लाने की तैयारी युद्ध स्तर पर करने-कराने की तैयारी में जुट चुके वहीं वार्ड नं० 46 के अंतर्गत पटेलनगर, मुंशी चमार लेन, पन्ना मिल रोड, विद्यापुरम कॉलोनी आदि इलाकों के मतदातागण महज इसलिए परेशान हो रहे हैं कि एक बीएलओ ने अपने रिश्तेदार की जीती सीट को बरकरार रखने के लिए वार्ड 46 से हटाकर लगभग पंद्रह सौ मतदाताओं के नाम 49 में कर दिया है जिसकी वजह सेअब इन मतदाताओं को अपने मत के अधिकार का प्रयोग करने के लिए दूर जाना होगा।

गौरतलब हो कि वार्ड 46 के निरवर्तमान पार्षद शाहिद खां उर्फ चमरु यहां से इसी तरह मनमानी कर अपनी जीत हासिल करते रहे हैं। लोगों का आरोप है कि प्रत्याशी बनने के बाद उन्होंने केवल अपने मोहल्ले और अपनी जाति विशेष का काम किया है। हिन्दू मतदाताओं के मोहल्ले से उन्होंने कभी मधूर संबंध बनाना जरुरी नहीं समझा। इस बार चुनावी मैदान में हिन्दू समाज से खड़े एक प्रत्याशी से पूर्व प्रत्याशी का सीधा मुकाबला महज इसलिए है कि मुस्लिम समाज से वे अकेले चुनावी मैदान में हैं। दोनों के इस सीधी टक्कर में इस बार का मुकाबला बड़ा दिलचस्प होने वाला था कि अचानक गुरुवार को ही वार्ड 46 के हिन्दू मतदाताओं के तब होंश उड़ गए, जब उन्हें इस बात का पता चला कि इस बार उनलोगों के नाम इस वार्ड 46 से हटाकर वार्ड 49 में कर दिया गया है।

उक्त बातों की भनक लगते ही वार्ड 46 के हिन्दू मतदातागण आक्रोशित होकर गोलबंद हुए और उन लोगों ने सड़क पर उतड़कर धरना-प्रदर्शन की योजना बनाने लगे, तभी हमारे संवाददाता ने इस आक्रोशित भीड़ को समझा-बुझाकर जिला प्रशासन के यहां आवेदन आवेदित करने को कहा और फिर इन लोगों ने डीएम से लेकर एडीएम सह निर्वाची पदाधिकारी नगर निगम व सदर एसडीओ तक आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। इस न्याय की गुहार पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन ने निर्वाचन अधिकारी अरविंद बाबू को इस मामले को देखने का निर्देश जारी किया। अब अरविंद बाबू सारे मामले को समझने के बाद भी वार्ड 46 के मतदाताओं को यही कह रहे हैं कि अब इसे बदलना मुश्किल है। इस मामले को लेकर वार्ड 49 के भी प्रत्याशी महज इसलिये असमंजस में पड़े हुए हैं कि दूसरे वार्ड से आए मतदातागण आखिर किसके पक्ष में मतदान करेंगे?

वार्ड 46 के मतदाताओं का सीधा आरोप है कि इस वार्ड के बीएलओ पूर्व पार्षद जो कि मुस्लिम पक्ष के हैं, की रिश्तेदार है। लोगों का कहना है कि उनकी जीत को बरकरार रखने हेतु बीएलओ ने जानबूझकर ऐसा कार्य किया है। इन मतदाताओं का स्पष्ट कहना है कि यदि उनके नाम उन्हें उनके वार्ड की सूची में नहीं आया तो वे वोट का बहिष्कार करेंगे और सड़क पर उतर कर आंदोलन का बिगुल फूंकेंगे।

इधर शुक्रवार को नाथनगर के वार्ड संख्या 12 के मतदातागण भी गोलबंद होकर जिला समाहरणालय में इस शिकायत को लेकर आक्रोशित दिखे की उनके वार्ड के अंतर्गत बूथ संख्या 1201 में लंबे अरसे से जलजमाव की भयावह स्थिति बनी हुई है, जहां एक भी मतदाता जाकर मतदान नहीं कर सकेंगे। मतदाताओं में भी जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि या तो इस बूथ संख्या 1201 से जलजमाव की स्थिति का निदान करे या फिर इसके विकल्प के रुप में तत्काल इस बूथ को इसकी पुरानी जगह शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुधिया अस्पताल में लाए जाएं , ताकि वे अपने मताधिकार का प्रयोग भली-भांति कर सकें। बहरहाल, इन दो वार्डों भागलपुर के वार्ड 46 और नाथनगर के वार्ड 12 में हिंदू-मुस्लिम की बातें रही है, प्रशासन को और सजग होकर कार्रवाई करने की जरूरत है।

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