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खाद्य पदार्थो की जांच:फूड सेफ्टी विभाग सिर्फ खौफ पैदा करने को लेता है सैंपल….

*न जांच रिपोर्ट, न ही कोई कार्रवाई*

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
22 अक्टूबर 2022
www.janpathnews.com

भागलपुर :त्याेहाराें पर फूड सेफ्टी विभाग जिले की दुकानाें से खाद्य पदार्थाें की जांच के नाम पर सैंपल लेकर सिर्फ दुकानदाराें में खाैफ पैदा करता है। विभाग न ताे कभी जांच रिपाेर्ट सार्वजनिक करता है और न ही समय से सिविल सर्जन काे रिपाेर्ट साैंपता है। इस तरह किसी दुकान पर कोई कार्रवाई भी नहीं हाे पाती है। पिछले वर्ष दुर्गा पूजा व दिवाली में लिए सैंपलाें में गड़बड़ी मिलने के बाद दुकानदाराें के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई हुई, इसका खुलासा अब तक नहीं हाे सका है।

इस बार भी दुर्गा पूजा में शहर के दर्जनभर से ज्यादा दुकानदाराें से सैंपल लेकर जांच में भेजा गया, लेकिन रिपाेर्ट क्या आई, पता ही नहीं है। सरकारी रिकाॅर्ड के मुताबिक जिले में करीब 1200 से ज्यादा मिठाई दुकान निबंधित हैं। शहरी इलाके में 150 से ज्यादा मिठाई की दुकानें हैं इस बार भी दुर्गा पूजा में 26 सितंबर काे तिलकामांझी चाैक के पास बसंत बहार, न्यू वैष्णव हाेटल, भवानी मिष्ठान, सरकारी बस स्टैंड के पास व तिलकामांझी चाैक स्थित मंदिर के बगल वाली दुकानाें से करीब 18 सैंपल लिये गए थे। माैके पर चलंत प्रयाेगशाला वैन में भी दाे सैंपलाें की जांच की गई, जाे तय मानक के अनुसार नहीं मिला। इसके बाद उन सैंपलाें काे पटना के रजिस्टर्ड लैब में जांच के लिए भेज दिया गया, लेकिन रिपाेर्ट का काेई अता-पता नहीं है। दीपावली के पर 19 अक्टूबर काे भी टीम ने कई दुकानाें से नमूने लिये, रिपोर्ट पूर्व की तरह शुन्य हैं। ऐसे में महज खानापूर्ति को लेटर मिठाई दुकानदारों की मिलावटी व मनमानी कायम है और इसे खाने वाले लोग बीमार पड़ कर डॉक्टरों को मोटी फीस देकर इलाज के लिए चक्कर लगाते रहे हैं। बहरहाल, इस दिशा में जिला प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

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