सैयद हुसैन हुए भावुक, कहा-फ्लाइटके सफर में रहा और बदल गई सरकार
Reported by: गौतम सुमन गर्जना, भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
12 अगस्त 2022
भागलपुर : बिहार में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ और भाजपा सरकार से बाहर हो गई। महागठबंधन की ओर से नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बन गये और भाजपा अब बिहार में विपक्षी दल बनकर रह गई है। बिहार में जब 2020 में एनडीए की सरकार बनी थी तो नीतीश कैबिनेट में सैयद शाहनवाज हुसैन को उद्योग मंत्रालय सौंपा गया था। इस सियासी उलटफेर के बाद सैयद हुसैन ने अब बेहद भावुक होकर अपने कार्यकाल को याद किया है।
*बोले-उद्योग मंत्रालय में काफी उर्जा के साथ काम कर रहे थे*
सरकार बदल जाने के बाद शाहनवाज हुसैन बेहद भावुक हुए। उन्होंने कहा कि बेहद इमानदारी से यहां नीतीश कुमार के साथ काम कर रहा था। जितनी ताकत थी, उसे मैं लगा रहा था। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि फरवरी में हम मंत्री बने ही थे। नीतीश जी के साथ अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में काम किया था। यहां भी जब उद्योग मंत्रालय दिया गया तो काफी उर्जा के साथ काम कर रहे थे, खुद भी उन्होंने कई बार इसकी प्रशंसा भी की थी।
*पूरी ताकत लगा रहा था*
सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हमने इनवेस्टर भवन का दिल्ली में उद्घाटन किया। हम काम में लगे हुए थे। हमें तब तक कोई ऐसा अंदाजा नहीं था कि बिहार की सियासत में क्या होने वाला है। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के नौजवानों की आंखों में उम्मीद की किरण थे। वो जो देख रहे थे, उद्योग और रोजगार… इसके लिए वे अपनी पूरी ताकत लगा रहे थे। पूरे देश में घूम-घूमकर इनवेस्टर के पास जा रहे थे.कोई दिक्कत भी नहीं थी। उनसे कह रहे थे कि एक बार तो आइये बिहार में… और बेचिए ही नहीं बल्कि बनाइये भी बिहार में, ये नारा बुलंद कर रहे थे।
*फ्लाइट के सफर में रहा.. बदल गयी सरकार*
सैयद हुसैन ने कहा कि बुनकर दिवस पर कार्यक्रम हुआ और डेढ़ घंटे तक मुख्यमंत्री के पास बैठे रहने पर भी आभास नहीं हुआ। वो जूट का गुलदस्ता जो उद्योग मंत्री बनने पर उन्हें दिया गया था, वो आखिरी ही बनकर रह गया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए दिल्ली में था। कोई कह भी रहा था तो विश्वास नहीं हो रहा था। आश्चर्य है कि मैंने फ्लाइट से जब टेक ऑफ किया तो उद्योग मंत्री के तौर पर लेकिन लैंड किया तो पता चला कि सरकार ही नहीं रही।
*मेरी याद तो आएगी*
सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि दिल्ली में इनवेस्टर भवन का उद्घाटन किया। पटना में भी इंदिरा भवन में काफी अच्छा बन रहा है। एक से दो महीने में वो बनकर तैयार हो जाएगा। नये उद्योग मंत्री इसका उद्घाटन करेंगे। लेकिन मेरी याद तो आएगी…शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हमने उन्हें नहीं छोड़ा। लेकिन वो हमें छोड़कर चले गये। अब मैं केवल एक एमएलसी हूं, बिहारी हूं तो बिहार की आवाज उठाता रहूंगा। पूर्व उद्योग मंत्री बेहद भावुक दिखे।