बिहार नगर निगम चुनाव : क्या न्यूनतम 21 वर्ष वाले ही लड़ेंगे मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव…?

*आप भी जानें आखिर क्या है नियम*
जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
12 सितंबर 2022
भागलपुर : नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव लड़ने के लिए पहली स्क्रूटनी की तिथि को न्यूनतम 21 वर्ष होनी चाहिए। मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव लड़ने के लिए संबंधित नगर निकाय के किसी वार्ड की वोटर लिस्ट में नाम होना चाहिए। पार्षद के पद पर चुनाव लड़ने के लिए नगर निकाय के संबंधित वार्ड की वोटर लिस्ट में नाम होना अनिवार्य है। पार्षद, उप मुख्य पार्षद और मुख्य पार्षद के पदों पर नामांकन करने वाले अलग-अलग कोटि के प्रत्याशियों के लिए चुनाव आयोग ने नामांकन फीस तय कर दी है। नगर निगम में मेयर पद के लिए पिछड़ा वर्ग महिला प्रत्याशियों के लिए सिर्फ दो हजार रुपये बतौर नामांकन शुल्क देना होगा.इसी तरह डिप्टी मेयर पद के लिए दो हजार रुपये नामांकन शुल्क देने होंगे। पार्षद पद के लिए सामान्य कोटि के प्रत्याशियों को दो हजार रुपये व आरक्षित कोटि के प्रत्याशियों को एक हजार रुपये देने होंगे।
*नामांकन फीस* : नगर निगम पार्षद के लिए – सामान्य कोटि : दो हजार, आरक्षित : एक हजार।
नगर निगम के डिप्टी मेयर के लिए – सामान्य कोटि : चार हजार, आरक्षित : दो हजार।
नगर निगम के मेयर के लिए – सामान्य कोटि : चार हजार, आरक्षित : दो हजार।
नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद के लिए – सामान्य कोटि : आठ सौ, आरक्षित : चार सौ।
नगर पंचायत के मुख्य पार्षद के लिए – सामान्य कोटि : आठ सौ, आरक्षित : चार सौ।
नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद के लिए – सामान्य कोटि : दो हजार, आरक्षित : एक हजार।
नगर परिषद के मुख्य पार्षद के लिए – सामान्य कोटि : दो हजार, आरक्षित : एक हजार।
पहली बार जनता चुनेगी मेयर व डिप्टी मेयर : गौरतलब है कि नगर निगम के मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव पहली बार जनता करेगी। अभी तक यह काम निर्वाचित पार्षदों के जिम्मे था। पार्षदों द्वारा चुने गए मेयर व डिप्टी मेयर को पांच साल के कार्यकाल के दौरान अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ता था। खरीद-फरोख्त की भी चर्चा सरेआम होती थी। अब जनता द्वारा चुने जाने वाले मेयर व डिप्टी मेयर के समक्ष ऐसी नौबत आने की संभावना नहीं रहेगी। नगर निगम क्षेत्र के 337940 मतदाता मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव करेंगे। 51 वार्ड वाले नगर निगम क्षेत्र में 367 बूथ बनाए गए हैं। मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव के लिए 20 अक्टूबर को मतदान होगा। नगर निगम चुनाव की तिथि घोषित होते ही शहर में सरगर्मी तेजी से बढ़ चुकी है। हालांकि पिछड़ा वर्ग महिला सीट होने की वजह से कई दावेदार चुनाव नहीं लड़ सकेंगे और कई नए उम्मीदवार सामने आ रहे हैं। पिछड़ा वर्ग से जुड़ी महिलाएं चुनाव को लेकर सामने आने लगीं हैं। विभिन्न राजनीतिक पार्टियां उम्मीदवारों को सामने ला रही हैं।
हालांकि, कोई भी पार्टी खुलकर सामने नहीं आ रही है। पिछड़ा वर्ग महिला सीट होने के कारण मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव लड़ने के पूर्व लाखों रुपये खर्च कर चुके लोग अपना माथा पीट रहे हैं। उम्मीद है कि ऐसे लोग पार्षद का चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, कुछ लोगों ने चुनाव लड़ने की भी घोषणा कर दी है। सर्वविदित है कि नगर निगम चुनाव को लेकर 16 सितंबर से नामांकन शुरू हो जाएगा। 30 सितंबर को प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित हो जाएंगे। इसके साथ ही चुनाव प्रचार गति पकड़ लेगी। 22 अक्टूबर को मतगणना के बाद मेयर व डिप्टी मेयर का पता चल जाएगा। इस बार मेयर व डिप्टी मेयर पिछड़ा वर्ग से होगा। अकबरनगर, हबीबपुर, सबौर और पीरपैंती नगर पंचायत का चुनाव पहली बार होगा। नवगछिया नगर परिषद का चुनाव भी पहली बार हो रहा है क्योंकि पिछला चुनाव नगर पंचायत का हुआ था। नवगछिया नगर परिषद बनने के बाद वार्डों का परिसीमन बदल गया है। वार्ड की संख्या बढ़ने के कारण परिसीमन बदला है इसलिए कई पूर्व पार्षद उधेड़बुन में हैं कि वे किस वार्ड से चुनाव लड़ेंगे।