जनपथ न्यूज़ डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
6 जनवरी 2023

भागलपुर /कोलकाता: हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के लिए 30 दिसंबर से शुरू हुई वंदे भारत भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाओं के बाद अब सियासत भी होने लगी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि ट्रेन पर पथराव की दो बार घटनाएं हुईं। जिस इलाके में ये घटनाएं हुईं, वह बंगाल में नहीं,बिहार में हैं। किशनगंज इलाके में दोनों बार ट्रेन पर पत्थर फेंके गये थे। घटना के कई दिन बाद पहली बार गुरुवार को ममता बनर्जी के बयान ने राजनीतिक गलियारे में सनसनी फैला दी है। उन्होंने कहा है कि बिहार के लोगों को वंदे भारत ट्रेन नहीं मिली,इसलिए वहां के लोगों की नाराजगी हो सकती है। बंगाल को बदनाम करने के लिए इन घटनाओं को बंगाल से जोड़ दिया गया है। उनके बयान की दूसरी चौंकाने वाली सियासी मायने निकाले जा सकते हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि बिहार को यह ट्रेन इसलिए शायद नहीं मिली कि वह लोग भारतीय जनता पार्टी के साथ नहीं हैं। अघोषित तौर पर उन्होंने यह बताना चाहा कि बंगाल की सरकार भाजपा के साथ है। ममता ने पत्थरबाजी की घटनाओं को लेकर बंगाल को बदनाम करने वाले मीडिया घरानों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही।

ममता बनर्जी के बयान से झलका भाजपा प्रेम : ममता के बयान से यह बात साफ हो गया है कि बंगाल सरकार भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के साथ है।पिछले कुछ समय से भाजपा या इसके नेता नरेंद्र मोदी और अमित शाह के प्रति उनके स्वर मद्धिम पड़ गये हैं। नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृममंत्री अमित शाह कभी उन्हें फूटी आंख नहीं सुहाते थे। अब दोनों के प्रति उनके नजरिये में बदलाव साफ दिख रहा है। कुछ ही दिन पहले अमित शाह की अध्यक्षता में ईस्टर्न जोनल काउंसिल की बैठक हुई तो ममता बनर्जी ने उसमें शिरकत की थी। ममता के आग्रह पर अमित शाह भी राज्य सचिवालय गये। अमित शाह के साथ ही ममता बैठीं और बैठक स्थल से करीब 200 मीटर तक दोनों साथ गये। दोनों ने अकेले में 20 मिनट बात भी की। 30 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी का भी कोलकाता यात्रा का प्लान था। उसी दिन पीएम मोदी की मां का निधन हो गया और वे कोलकाता नहीं आ सके, लेकिन मुखाग्नि के बाद वह गुजरात से वर्जुअल रूप से कार्यक्रम में शामिल हुए। पीएम मोदी ने बंगाल को न सिर्फ 7800 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी, बल्कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस को वर्जुअल ढंग से हरी झंडी दिखायी। उसी वंदे भारत पर जब दो बार पथराव की घटनाएं हुईं तो ट्रेन फिलहाल रोक दिया गया और इसके लिए बंगाल को जिम्मेवार ठहराया गया था। इस बीच सूचनाएं आयीं कि रोड़ेबाजी की दोनों घटनाएं बिहार के किशनगंज इलाके में हुई थीं। उसके बाद गुरुवार को ममता बनर्जी का बयान आया है।

असेंबली इलेक्शन में रिश्तों में आयी थी कड़वाहट :
असेंबली इलेक्शन के दौरान भाजपा के इन दो कद्दावर नेताओं और ममता बनर्जी के बीच कटु शब्दों के खूब तीखे वाण चलते थे। उसे सुनकर कोई भी कह सकता है कि ममता इतनी नरम दिल कैसे हो गयी हैं, जो सीधे तो नहीं,पर घुमाकर यह साबित करना चाहती हैं कि भाजपा के साथ रहने के कारण ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बंगाल को मिली और भाजपा के साथ नहीं रहने के कारण बिहार को यह ट्रेन नहीं मिली। अब मोदी-शाह के विरोध में वाकई ममता के स्वर वैसा नहीं सुनाई पड़ रहे। मोदी-शाह की ओर से ममता के बारे में कोई टेढ़ी टिप्पणी हाल के कुछ महीनों में सुनने को नहीं मिली है। हां, इस बीच ईडी,आईटी और एनआईए की कार्रवाई बदस्तूर है। इसे राजनीति का आपसी सौहार्द कहें या कोई राजनीतिक रणनीति, लेकिन इतना तो साफ है कि मोदी-शाह की आलोचना वाले ममता के सुर बदल गये हैं। असेंबली चुनाव के बाद पीएम मोदी से ममता की खुन्नस ऐसी रही कि साइक्लोन से नुकसान के आंकलन के लिए जब वह बंगाल के दौरे पर थे तो ममता उनसे मुलाकात के लिए इतनी देर से पहुंची थीं कि सिर्फ दोनों ने एक दूसरे के अभिवादन भर किया। उसके बाद केंद्र ने बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय का तबादला दिल्ली कर दिया था। टकराव का आलम यह था कि ममता ने अलापन को स्वैच्छिक अवकाश दिलाकर अपना सलाहकार नियुक्त कर लिया।

वंदे भारत का परिचालन कड़ी सुरक्षा में शुरू होगा : रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाओं के बाद परिचालन रोक दिया गया था। इसलिए लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज किये गये हैं। रेलवे अब कड़ी सुरक्षा निगरानी में इसका परिचालन शुरू करने वाला है। ट्रेन की रवानगी से पहले रेकी ट्रेन गुजरेगी, जो पिछली बार की तरह होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए रेकी करेगी। इस पर रेलवे की ओर से पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। पत्थरबाजी की घटना से ट्रेन को नुकसान पहुंचा था।

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