…नीतीश कुमार के दल ने बसपा-लोजपा विधायकों को तोड़ा था,राजद-कांग्रेस के एमएलसी पर की थी सर्जिकल स्ट्राइक

Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
4 सितंबर 2022

भागलपुर : मणिपुर में जदयू के 6 में 5 विधायकों को भाजपा ने तोड़कर अपने पाले में मिला लिया है। इस खबर के बाद जदयू नेतृत्व तिलमिलाए हुए हैं। जैसे ही यह खबर मिली कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह समेत पूरी पार्टी भाजपा के खिलाफ आग उगलने लगे हैं। ललन सिंह ने अपने पूर्व सहयोगी दल भाजपा पर गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा है कि मणिपुर में जदयू के विधायकों को तोड़ने के लिए भाजपा ने धनबल का प्रयोग किया है। वैसे बिहार का इतिहास बताता है कि नीतीश कुमार की पार्टी भी तोड़फोड़ में ही विश्वास करती रही है। 2020 चुनाव के बाद जदयू जब 43 विधायकों पर सिमट गई थी तो उन्होंने भी तोड़फोड़ का सहारा लेकर पार्टी विधायकों की संख्या 45 पर पहुंचाई थी। बसपा और लोजपा के एक-एक विधायकों को तोड़कर जदयू ने उन्हें अपने पाले में मिला लिया था। यानी 2020 विधानसभा चुनाव के बाद जदयू ने बिहार विधानसभा से लोजपा और बसपा को खत्म करा दिया। वहीं, इसी तोड़-फोड़ के बलबूते भाजपा ने वीआईपी को खत्म कर दिया। इससे पहले जदयू अपने वर्तमान सहयोगी राजद पर सर्जिकल स्ट्राइक कर चुका है। हाल ही में राजद ने भी एआईएमआईएम के पांच में चार विधायकों को तोड़कर अपने पाले में कर चुकी है। बिहार भाजपा व वीआईपी के तीन विधायकों को तोड़कर अपने दल में शामिल करा चुकी है।

*बसपा और लोजपा का विस से हो चुका है खात्मा*
2020 विधानसभा चुुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के टिकट पर एक भी मुस्लिम विधायक चुन कर नहीं आये थे। लिहाजा, जदयू की नजर बसपा के एकमात्र विधायक जमां खान पर टिक गई। उन्होंने जमा खान को पार्टी में मिला लिया और जदयू में शामिल होते हीं उन्हें मंत्री भी बना दिया गया। इसके बाद 2021 में नीतीश कुमार ने लोजपा के एकमात्र विधायक राजकुमार सिंह को अपने दल में शामिल करा लिया। इसके बाद जदयू ने लोजपा के सांसदों में सेंधमारी की कोशिश की। बताया जाता है कि नीतीश कुमार की पार्टी चिराग पासवान को छोड़ बाकी के 5 सांसदों को अपने पाले में लाने की कोशिश में जुटी हुई थी। पशुपति पारस के नेतृत्व में पांच सांसदों ने बगावत किया। उन सांसदों को नीतीश कुमार अपने दल में शामिल कराने में विफल रहे। कहा जाता है कि भाजपा ने नीतीश कुमार के मिशन में अडंगा लगा दिया और लोजपा के पांच सांसदों को अलग गुट की मान्यता दिलवा दी।

*2020 में ललन सिंह के नेतृत्व में राजद पर सर्जिकल स्ट्राइक*
नीतीश कुमार अब महागठबंधन के हिस्सा बन चुके हैं। जदयू ने राजद और कांग्रेस दोनों को डंसने का काम किया है.नीतीश कुमार की पार्टी ने जून 2020 में राजद पर सर्जिकल स्ट्राइक किया था। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की अगुआई में राजद के खिलाफ जदयू का सफल सर्जिकल स्ट्राइक हुआ और पांच विधान पार्षदों को रातों-रात अपने पाले में मिला लिया। उस दिन राष्ट्रीय जनता दल में बड़ी टूट हुई थी। पांच विधान पार्षदों ने राजद का साथ छोड़ जदयू का दामन थाम लिया था। इनके नाम हैं राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद, रणविजय सिंह, दिलीप राय और कमरे आलम।

*मार्च 2018 में कांग्रेस के चार एमएलसी को तोड़ा गया था* इसके पहले नीतीश कुमार ने कांग्रेस में सेंधमारी की थी। 1 मार्च 2018 को बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी सहित कांग्रेस के चार विधान पार्षदों ने सीएम और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश के समक्ष जदयू की सदयस्ता ग्रहण की थी। इस दौरान अशोक चौधरी ने कहा था कि हम सभी मिल कर नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत करेंगे। अशोक चौधरी के साथ एमएलसी दिलीप चौधरी, तनवीर अख्तर और रामचंद्र भारती ने भी जदयू का दामन थाम लिया था और तब नीतीश कुमार ने वर्तमान की सहयोगी कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचाने का काम किया था।

*भाजपा पर बरसे ललन सिंह*
मणिपुर में पांच विधायकों को खोने के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि अगर विपक्षी विधायकों को तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री की पार्टी धनबल का प्रयोग कर रही है तो यह उनका सदाचार है। वहीं, विपक्षी पार्टी अगर एक मंच पर आ रही है तो यह भ्रष्टाचार है। जितने दागी लोग भाजपा में चले जाएं तो वह साफ-सुथरे और धुले हुए हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि 2024 में जदयू राष्ट्रीय पार्टी बनेगी चाहे भाजपा इसे रोकने के लिए कितनी भी कोशिश कर ले। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 विधानसभा चुनाव में बिहार में 42 जनसभा किए थे और भाजपा को सिर्फ 53 सीट पर जीत मिली। उन्होंने कहा कि जदयू की चिंता भाजपा छोड़ दे। लोकसभा चुनाव 2024 की चिंता भाजपा करे, क्योंकि जुमलेबाज देश से विदा हो रहे हैं।

*भाजपा ने नीतीश कुमार को घेरा*
जदयू के इन बातों का जबाव भाजपा ने भी दिया है। भाजपा ने नीतीश कुमार से पूछा कि जब कांग्रेस-राजद को उन्होंने तोड़ा था, तब लोकतंत्र अच्छा था? भाजपा एमएलसी नवल किशोर यादव ने जदयू अध्यक्ष ललन सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि जिसके अंदर लोकलाज नहीं है, वो लोकलाज और नीति की बात करता है तो उन्हें बड़ी हंसी आती है। भाजपा प्रवक्ता डाॅ. रामसागर सिंह ने सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि मणिपुर के विधायकगण इस पलटूराम की नीतियों के खिलाफ हो गये और मेरे पाले में आ गए, तो हम क्या करें ? नीतीश कुमार तो बिहार में पलटकर राज्य के विकास की गाथा लिख रहे हैं। मणिपुर के पांचों विधायक पलटकर राज्य की विकास की गाथा लिखेंगे, तो उन्हें मिर्ची क्यों लग रही है। उन्होंने कहा कि अगर आपलोग पलटू नीति को आगे बढ़ायेंगे तो आगे और भी खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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