पटना। बिहार में चरमरायी कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष के साथ ही एनडीए के घटक दल भाजपा भी नीतीश सरकार के सुशासन पर सवाल उठाने से नहीं चूक रही है। जिससे विपक्ष को नीतीश कुमार को घेरने का मौका मिल गया है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लॉ एंड आर्डर समेत विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए बुधवार को एक बार फिर से ताबड़तोड़ तीन ट्वीट कर भाजपा नेताओं के बयानों का हवाला देते हुए बिहार में चरमरायी कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री पर हमला बोला।
मुख्यमंत्री जी, विपक्ष के तर्क व तथ्यपूर्ण सवालों का कभी भी उत्तर नहीं देते क्योंकि उनके पास जवाब ही नहीं होता। अगर विपक्ष का जवाब देने में किसी प्रकार की बची-खुची प्रतिष्ठा का क्षरण होता है तो अपने सबसे बड़े सहयोगी और उनके मंत्रियों की शंकाओं का ही लोकहित में जवाब दे दिजीए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 16, 2020
तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है कि ‘डकैती, झूठ, लूट, छल, प्रपंच और फरेब से बनी बिहार सरकार को आज एक महीना हो गया है। सरकार में दो उपमुख्यमंत्री और सबसे अधिक मंत्री, विधायक वाली भाजपा के एमपी, एमएलए और मंत्री ही प्रतिदिन अपनी लूटेरी सरकार, सीएम और पार्टी पर सवाल उठाते हैं।’
इससे पहले उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री जी, विपक्ष के तर्क और तथ्यपूर्ण सवालों का कभी भी उत्तर नहीं देते क्योंकि उनके पास जवाब ही नहीं होता। अगर विपक्ष का जवाब देने में किसी प्रकार की बची-खुची प्रतिष्ठा का क्षरण होता है तो अपने सबसे बड़े सहयोगी और उनके मंत्रियों की शंकाओं का ही लोकहित में जवाब दे दिजीए।
वहीं तीसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि चोरी की इस नई नवेली सरकार को एक महीना समय दे रहे हैं ताकि वो प्रदेश के करोड़ों बेरोजगारों, छात्रों और किसानों की मांगों को पूर्ण करने, प्रशासन के कण-कण में व्याप्त भ्रष्टाचार और प्रदेश के कोने-कोने में स्थापित बेतहाशा अपराध को काबू करने की दिशा में ठोस कदम उठा सके।