जनपथ न्यूज डेस्क
गौतम सुमन गर्जना
1 मार्च 2023
भागलपुर : बिहार विधान मंडल के बजट सत्र की शुरुआत सोमवार 27 फरवरी को ही हुई थी। तब हम करीब साढ़े 11 बजे सेंट्रल हॉल पहुंचे थे तो राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। राजनीतिक शब्दावली में राज्यपाल के इस संबोधन को अभिभाषण कहा जाता है। राज्यपाल का अभिभाषण मुख्यमंत्री की जीविका दीदी के संबोधन की कॉपी मात्र था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के दौरान जो बात जीविका दीदी को समझा और बता रहे थे, वही बात राज्यपाल विधायक और विधान पार्षदों को समझा रहे थे। पहली बार किसी राज्यपाल ने डिजिटल माध्यम से अपना भाषण पढ़ा और इसके लिए टेबलेट का इस्तेमाल किया। राज्यपाल संबोधन के बाद प्रस्थान करते वक्त रास्ते में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पास थोड़ी देर रुककर बात भी की। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद दोनों सदनों की बैठक हुई और कुछ विधायी कार्य के बाद बैठक स्थगित कर दी गयी।
इसके बाद वित्तमंत्री विजय कुमार चौधरी ने प्रेस वार्ता में आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़ों को साझा किया। उनका भाषण लंबा खींच रहा था कि ब्रेक लगाने मंत्री अशोक चौधरी पहुंच गये। थोड़ी देर साथ बैठने के बाद दोनों महागठबंधन विधायक दल की बैठक के लिए प्रस्थान कर गये। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री ने शराबबंदी की तरह ‘मुंहबंदी’ के फायदे भी गिनाये। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के घटक दल आपसी आरोप-प्रत्यारोप के बजाये भाजपा की केंद्र सरकार पर लाठी भांजते रहे। इससे व्यायाम भी होगा और अपना कपार भी बचा रहेगा।
विधानमंडल परिसर में बैठे-बैठे मन अकूता रहा था। इस दौरान एक बात मन में आया कि स्पीकर अवध बिहारी चौधरी अभी कहां रह रहे हैं। अगस्त में स्पीकर निर्वाचित होने के बाद से हाईकोर्ट के पास स्थित विधायक आवास में ही रह रहे थे। हम अपने दोस्त को लेकर विधान सभा अध्यक्ष के लिए कर्णांकित आवास 2 देशरत्न मार्ग पर पहुंच गये। गेट के बाहर हरियाली नजर आ रही थी। दूर से दिखा कि नेम प्लेट हरा रंग का है। इससे स्पष्ट हो गया कि स्पीकर अपने लिए निर्धारित आवास में आ गये हैं। बातचीत में पता चला कि एक-दो दिन पहले ही नये आवास में आये हैं। बजट सत्र होने के कारण आवासीय कार्यालय में कामकाज बढ़ जाता है। नये आवास में कार्यों को व्यवस्थित ढंग से किया जाना संभव होगा।
इसके बाद वीरचंद पटेल पथ स्थित विधायक आवास पहुंचे। इस आवासीस परिसर को हम कर्पूरी नगर कहते हैं। लगभग 50 आवास इस परिसर में बने हैं। सब आवंटित कर दिये हैं, लेकिन अनेक मकानों में अभी फिनिसिंग का काम चल रहा है। इस कारण अभी बड़ी संख्या में विधायक आवंटित मकान में नहीं आ पाये हैं। आवासीय परिसर में घुमते समय विधायक जयप्रकाश यादव और विजय सिंह निषाद से मुलाकात हुई। दोनों अगल-बगल में रहते हैं। इस परिसर में बनी सड़कों को बढि़या से कालीकरण भी नहीं हुआ है। यहां आवास और सड़क दोनों फिनिसिंग के इंतजार में हैं।