पटना में बर्ड फ्लू का कोई केस नहीं
जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 09 जनवरी :: पटना में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई केस सामने नहीं आया है। जबकि पटना में एक के बाद एक पक्षी मर रहे हैं, जिससे बर्ड फ्लू फैलने का भय लोगों को सताने लगा है। पटना के चिड़ियाँ घर में भी कुछ पक्षी की मौत होने की खबर मिल रही है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। राजीव नगर के पास शुक्रवार को एक उल्लू मरने और इसके पहले एक कौआ के मरने की खबर थी। पक्षियों की मौत और अन्य राज्यों में फैले बर्ड फ्लू से लोग भयभीत है।
सूत्रों ने बताया कि जिला पशुपालन पदाधिकारी ने राजीवनगर क्षेत्र में उल्लू मरने की पुष्टि किया है, लेकिन बर्ड फ्लू का मामला होने से इंकार किया है। वहीं कौवे का मृत शरीर पुराना रहने के कारण मौत का सही-सही कारण पता लगाने में मुश्किल हो रही है।
मुजफ्फरपुर में कल 70 मुर्गियों के मरने से लोगों में बर्ड फ्लू का खौफ देखा जा रहा है। वहीं लोग यह मान रहा है कि बिहार में बर्ड फ्लू ने एंट्री ले ली है। वहीं मुजफ्फरपुर में बिक्री कम होने से कीमतों पर भी असर पड़ा है। मुजफ्फरपुर में शनिवार को चिकेन के भाव में 35 से 40 रुपए प्रति किलो तक कमी हुई है। बर्ड फ्लू की आशंका से मुर्गीपालन से जुड़े कारोबार में भी गिरावट आई है। परिणामस्वरूप राजधानी पटना में चिकन की बिक्री में 40 प्रतिशत तक गिरावट देखी गई है। वॉयलर चिकन 140 से 150 रुपए प्रति किलो से घट कर 100 से 110 रुपए किलो हो गया है। इसी प्रकार बिक्री में भी औसतन कमी आई है।चिकेन की बिक्री गिरने के बावजूद राजधानी में मीट और मछली की बिक्री पर कोई असर नहीं देखा गया है।
सूत्रों ने बताया की सरकार ने पटना चिड़ियाघर में पक्षियों में संक्रमण रोकने के उद्देश्य से कई सुरक्षात्मक उपायों लागू किया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने बताया अभी तक बर्ड फ्लू का कोई सूचना नहीं है।