नीतीश कुमार को चाहिए जातीय जनगणना, आर-पार के मूड में तेवर हुए सख्त, बोले-पटना में लेंगे फैसला
न्यूज डेस्क/जनपथ न्यूज
सितंबर 27, 2021
Edited By: राकेश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जातीय जनगणना पर अड़े हुए हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने साफ-साफ बता दिया है कि वो जातिगत जनगणना नहीं कराएगी। इस मुद्दे पर नीतीश कुमार 10 दलों के प्रतिनिधियों के साथ पीएम मोदी से भी मिल चुके हैं। अब उन्होंने कहा कि वो दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद इस मसले पर बैठक करेंगे।
दिल्ली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नक्सलवाद पर गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में शामिल हुए। मीटिंग के बाद सीएम नीतीश ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर से जातिगत जनगणना कराने की मांग को दुहराया। मुख्यमंत्री साफ कहा कि हमलोगों ने जातीय जनगणना की बात कही है वो बिल्कुल सही है। हमलोग शुरू से कह रहे हैं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए। जब गणना हो जाएगी तो सबकुछ साफ हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ” पूरे देश में जाति आधारित जनगणना हुई तो बहुत लाभदायक होगा। सभी राज्य के लोगों की इच्छा है कि जाति आधारित जनगणना एक बार तो जरूर होनी चाहिए।”
नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग बिहार में एक बार फिर से बैठेंगे और विचार करेंगे। हर किसी को मालूम है कि हमलोगों की इच्छा क्या है? जातीय जनगणना देशहित में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि अगर केंद्र सरकार आपकी मांग नहीं मानी तो क्या अलग होंगे ? इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह तो अलग और आगे की बात है। क्या देश भर की पार्टियों को इस मुद्दे पर एक करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि यह तो अलग बात है। पहले हम बिहार में बैठेंगे और इस पर विचार करेंगे।