बंगाल तक होती थी हथियार की तस्करी

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
12 जनवरी 2023

भागलपुर : जिले में 20 दिन बाद भी मिनी गन फैक्ट्री संचालक की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। नाथनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत चंपानगर हकीम साह मोहम्मद लेन स्थित किराए के एक मकान में चल रहे अवैध मिनी गन फैक्ट्री का बीते साल 23 दिसंबर को बिहार एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस के साथ छोपमारी कर भंडाफोड़ किया था। बता दे कि 20 दिन बीत जाने के बाद अभी भी पुलिस मिनी गन फैक्ट्री संचालक फैजल अंसारी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है।संचालक का अवैध हथियार तस्करी का तार बंगाल से भी जुड़ा हुआ था।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी से कुछ समय पूर्व ही वहां से दो तस्कर कुछ हथियार लेकर वहां से निकले थे। बंगाल के साथ – साथ अन्य राज्यों में भी हथियार की तस्करी की जाती थी। इसके साथ आसपास के जिलों में भी हथियार की तस्करी होती थी।

तस्कर को मिलते थे पैसे : हथियार पहुंचाने वालों को कमीशन भी मिलता था। बताया जा रहा है कि हथियार पहुंचाने पर पैसे भी देता था। अधिकतर अर्ध निर्मित हथियार मुंगेर भेजा जाता था। वंहा पर उसे पूर्ण किया जाता था।

थाने से 500 मीटर की दूरी पर होता था निर्माण : नाथनगर थाने से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर बड़े पैमाने पर अवैध हथियार निर्माण किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान मकान से पुलिस ने कई भारी भरकम मोटर, लेथ मशीन, ग्राइंडर मशीन समेत अन्य उपकरण बरामद किए थे। 23 दिसंबर की सुबह पटना से आई बिहार एसटीएफ की टीम ने नाथनगर इलाके में सुखराज राय हाई स्कूल के पास से मुंगेर और नवगछिया के रहने वाले दो हथियार तस्करों को 20 अर्धनिर्मित हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों की निशानदेही पर ही चंपानगर के हकीम साह मोहम्मद लेन स्थित एक मकान में किराए पर रह रहे फैजल अंसारी द्वारा मिनी गन फैक्ट्री का संचालन किए जाने का पता चला था। पुलिस बैकवर्ड फॉरवर्ड लिंकेज का पता लगा रही है।

इस बारे में एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि अभी उस पर जांच चल रही है। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। कई अहम सुराग भी मिले हैं। इसके बैकवर्ड फॉरवर्ड लिंकेज का पता लगाया जा रहा है। जल्द ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।

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