जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
12 जनवरी 2023
बिहार के सीएम नीतीश कुमार इन दिनों समाधान यात्रा पर हैं। इस दौरान वे बिहार के हर एक जिले में जा रहे हैं। उनकी यात्रा शुरू होने से पहले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने सवाल उठाये थे। श्री मांझी ने कहा था कि सीएम जनता से संवाद नहीं करेंगे तो असलियत कैसे जान पाएंगे ऑफिसर तो उन्हें वही दिखायेंगे, जो प्रायोजित होगा और उन्हें अच्छा लगेगा। असलियत सामने नहीं आ पायेगी। उस समय राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तो ठंड का हवाला देकर यात्रा ही स्थगित करने की सलाह दे दी थी लेकिन अब शिवानंद तिवारी ने भी जीतन राम मांझी की तरह नीतीश की समाधान यात्रा पर सवाल उठा दिया है। उन्होंने कहा कि सुना है सीएम किसी यात्रा पर हैं। उन्हें अधिकारी वही दिखा और बता रहे हैं,जो सीएम को अच्छा लगे और फिर ऐसी यात्रा का क्या मतलब है….?
क्या कहा है शिवानंद तिवारी ने: राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि ‘इस तरह की यात्रा का कोई मतलब नहीं है। सीएम जो देखना और सुनना चाहते हैं, अधिकारी वही दिखा-सुना रहे हैं। जनता से सीएम मिल ही नहीं रहे। ऑफिसर वहीं घुमा रहे हैं, जहां उन्होंने पहले से सब तैयारी कर रखी है। इसे देख सीएम को भी अच्छा फील हो रहा है। जनता से सीएम का कोई संवाद ही नहीं हो रहा। इसलिए जनता की समस्याएं सामने नहीं आ रहीं. उन्होंने कहा कि हम महागठबंधन में हैं, पर हमें जो दिखता है, वही बोलते हैं। समस्या जनता के पास है, उससे मिले बगैर आप किस समस्या का समाधान करेंगे। इसलिए अगर सीएम सच में समाधान चाहते हैं तो उन्हें जनता से मिलना चाहिए। अधिकारी उन्हें जो चीजें दिखा रहे हैं, उसका उन्होंने पहले से ही प्लान कर रखा है। महागठबंधन का एक वरिष्ठ सहयोगी होने के नाते हम उनसे आग्रह कर रहे हैं। सीएम जनता दरबार लगाते हैं, उसमें छोटी-छोटी समस्याएं लेकर लोग आते हैं। जिलों में जब सीएम जा रहे हैं तो उन्हें लोगों से वैसी समस्याएं सुननी जाननी चाहिए।
शिवानंद ने पहले समाधान यात्रा रोकने की अपील की थी : गौरतलब हो कि शिवानंद तिवारी ने पहले भी नीतीश कुमार को अपनी समाधान यात्रा रोकने की अपील की थी। कड़ाके की पड़ रही ठंड के मद्देनजर उन्होंने कहा था कि ‘अतिशय ठंड है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अस्पतालों में ठंड जनित बीमारियों से पीड़ित लोगों की आमद बढ़ गई है। ऐसे मौसम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है। यात्रा की शुरुआत चंपारण से हुई है, जहां ठंड राजधानी के इलाके से ज्यादा होती है। यात्रा कहने के लिए मुख्यमंत्री की है, लेकिन यात्रा में सीएम के साथ सैंकड़ो लोग होंगे। उनमें कुछ ऐसे भी हो सकते हैं, जिनकी बीमारी ठंड में बढ़ जाती है। ऐसे लोगों का ठंड में खुले में निकलना बहुत जोखिम का काम है। एक वरीय सहयोगी के नाते सार्वजनिक हित में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से व्यक्तिगत रूप से इस यात्रा को स्थगित करने का मैं अनुरोध करता हूं।
शिवानंद ने पहले समाधान यात्रा रोकने की अपील की थी
शिवानंद तिवारी ने पहले नीतीश कुमार को अपनी समाधान यात्रा रोकने की अपील की थी। कड़ाके की पड़ रही ठंड के मद्देनजर उन्होंने कहा था कि ‘अतिशय ठंड है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अस्पतालों में ठंड जनित बीमारियों से पीड़ित लोगों की आमद बढ़ गई है। ऐसे मौसम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है। यात्रा की शुरुआत चंपारण से हुई है। जहां ठंड राजधानी के इलाके से ज्यादा होती है। यात्रा कहने के लिए मुख्यमंत्री की है, लेकिन यात्रा में सीएम के साथ सैंकड़ो लोग होंगे। उनमें कुछ ऐसे भी हो सकते हैं, जिनकी बीमारी ठंड में बढ़ जाती है। ऐसे लोगों का ठंड में खुले में निकलना बहुत जोखिम का काम है। एक वरीय सहयोगी के नाते सार्वजनिक हित में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से व्यक्तिगत रूप से इस यात्रा को स्थगित करने का मैं अनुरोध करता हूं।
मांझी ने भी कहा था- वेश बदल कर जायें सीएम: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और महागठबंधन के घटक दल हम (से) के नेता जीतन राम मांझी ने भी नीतीश कुमार को सलाह दी थी कि ग्राउंड जीरो की असलियत जानना चाहते हैं तो वेश बदल कर जायें। ऑफिसरों का अमला असलियत जानने नहीं देगा, जो अधिकारी सीएम के साथ यात्रा पर गये हैं, वे खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। वे सच कैसे सामने आने देंगे। सीएम अगर सच में समस्याओं का समाधान चाहते हैं, तो उन्हें चुपचाप और अचानक ग्राउंड जीरो पर जाना होगा तभी वे समस्याएं जान पायेंगे।