बिहार में अपहरण के तीन दिन बाद पत्रकार की हत्या, हत्या के बाद निकाल ली आंखें
राकेश कुमार, जनपथ न्यूज
अगस्त 11, 2021
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में तीन दिन से लापता युवा पत्रकार मनीष कुमार सिंह की हत्या कर दी गई है। मनीष का शव गड्ढे में तैरते हुए पाया गया। पत्रकार मनीष तीन दिन पहले घर से दावत खाने के लिए निकले थे, जिसके बाद से वह लापता थे। मनीष एक निजी चैनल के लिए काम करते थे और वहीं उनके पिता संजय कुमार सिंह अरेराज दर्शन नाम के एक हिंदी समाचार पत्र के संपादक हैं। मृतक मनीष सिंह आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में भी काम किया करते थे। कई मामलों का उजागर करने पर उन्हें लगातार धमकी मिलती रहती थी। साथ ही उनका पट्टीदारों से जमीनी विवाद भी चल रहा था।
पहाड़पुर थाना क्षेत्र के रहने वाले मनीष सिंह तीन दिन पहले हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मठ लोहियार गांव में किसी पार्टी में शामिल होने के लिए घर से निकले थे, जिसके बाद से उनका फोन बंद था। उनके गायब होने के बाद उनकी बाइक मठ लोहियार गांव से संदिग्ध स्थिति में बरामद की गई थी। पिता संजय कुमार सिंह ने अनहोनी की आशंका जताते हुए हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें कथित दो पत्रकारों सहित 12 लोगों को नामजद किया गया था।
पुलिस ने जांच के दौरान दोनों पत्रकारों को बीते मंगलवार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर ही रही थी कि इसी दौरान मठ लोहियार गांव के सरेह में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई। शव को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। पुलिस ने मृतक पत्रकार मनीष सिंह के पिता संजय सिंह को सूचना दी। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे और शव की शिनाख्त जूते से किया। बताया जा रहा है कि पत्रकार मनीष की हत्या कर शव को गड्ढे में फेंक दिया गया था।
उनके चेहरे पर काला धब्बा है और एक आंख निकाल ली गई है। पुलिस ने पत्रकार मनीष के पिता संपादक संजय सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। मृतक पत्रकार के पिता संजय सिंह ने बताया कि खबरों के माध्यम से मामलों को उजागर करने के कारण पुत्र की हत्या कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि जमीनी विवाद पट्टीदारों से चल रहा है। इसके चलते भी उनके बेटे की हत्या हो सकती है। मामले की जांच कर रहे अरेराज के डीएसपी संतोष कुमार ने बताया कि आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल करा कर सजा दिलाया जाएगा।