न्यूज डेस्क/जनपथ न्यूज
Reported by: राकेश कुमार
मई 8, 2022
पटना: पटना के गार्गी ग्रैंड होटल में लिवर प्रत्यारोपण के नई तकनीक पर हैदराबाद के केयर हॉस्पिटल और पटना के वेल्स हॉस्पिटल द्वारा आज एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में वेल्स हॉस्पिटल के आर्थो सर्जन डा. समशुल होदा ने हैदराबाद के केयर हॉस्पिटल के लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डा. मोहम्मद अब्दुन नईम को वेल्स हॉस्पिटल में विजिटिंग कंसल्टेंट भी रखा ताकि पटना और पटना के आस पास लोगो लिवर की बीमारियो और लिवर ट्रांसप्लांट के बारे में जागरूक किया जाए। बता दे की डा. नईम ने 2000 से व्यस्कों एवम बच्चो का सफल लिवर ट्रांसप्लांट भी किया है। जनपथ न्यूज से बात करतें हुए डा. नईम ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट प्रक्रिया क्या है और लिवर दाता कौन हो सकता है। उन्होंने बताया कि लिवर दाता वही लोग हो सकते है जिनका ब्लड ग्रुप एक हो, उम्र भी करीब करीब एक हो, कोई बीमारी भी नहीं हो।
डा. नईम ने बताया कि अगर बच्चो का लिवर ट्रांसप्लांट करना हो और बच्चे के परिवार वाले आर्थिक रूप से कमजोर हो, उस स्थिति में डा. नईम केयर होस्पियल द्वारा क्राउड फंडिंग की मदद से बच्चो का मुफ्त में लिवर प्रत्यारोपण करने के तैयार है।
बताते चले कि इस लिवर ट्रांसप्लांट के नई तकनीक सेमिनार में मुख्य अतिथि में डा. अब्दुल हई, डेंटल सर्जन डा. मोहित कुमार, वेल्स हॉस्पिटल के आर्थो सर्जन डा. शमसुल होदा, रेडियोलॉजिस्ट डा. अजय, डेंटल सर्जन डा. शिवाली सिंह, पैथोलॉजिस्ट डा. फौजिया होदा और कई डॉक्टर भी शामिल थे।
हैदराबाद केयर हॉस्पिटल के लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डा. मोहम्मद अब्दुन नईम ने सेमिनार में उपस्थित लोगों को बताया कि
आज लीवर ट्रांसप्लांटेशन, क्रोनिक एंड-स्टेज लीवर डिजीज और एक्यूट लीवर फेलियर के रोगियों के लिए एक जीवन रक्षक प्रक्रिया है और पटना के लोगो को लिवर ट्रांसप्लांट के बारे में बताने और जागरूक करने के लिए पटना के कंकड़बाग स्थित वेल्स हॉस्पिटल में ओपीडी भी शुरू किया है।
डा. मोहम्मद अब्दुन नईम ने कहा कि लीवर प्रत्यारोपण के सभी पहलुओं में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिसमें प्राप्तकर्ता चयन, दाता प्रबंधन, ऑपरेशन तकनीक, इम्यूनोसप्रेशन और लीवर प्राप्तकर्ताओं के पोस्टऑपरेटिव प्रबंधन शामिल हैं।
डा. शमसूल होदा ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि वेल्स हॉस्पिटल का लक्ष्य है कि लोगो को लिवर की बीमारी और बीमारी के लक्षण बताना है और लोगो को जागरूक करना है।