जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना, भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
29 अगस्त 2022

भागलपुर : शहर के निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के घर 4 दिन व चार रात चली छापेमारी खत्म होने के बाद रविवार को खुद राजेश वर्मा ने प्रेसवार्ता कर अपना पक्ष रखा। आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि परेशानी छानबीन से नहीं है, लेकिन इस दौरान पूरे घर को अस्त-व्यस्त किया गया। उन्होंने बताया कि हम लोगों की ओर से इस जांच के दौरान पूरा सहयोग किया गया हमारे यहाँ जो भी चीजें हैं, वह दूध की तरह साफ और क्लीयर है। गुंडा बैंक के नाम पर उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की गई‌ है। श्री वर्मा ने बताया कि इस दौरान आईटी का जांच विभाग न केवल उनके घर पहुँचकर केवल हमसे पुछताछ की बल्कि हमसे मिलने वाले सभी रिश्तेदार व लोगों के घर छापेमारी की गई और उनके घर को भी अस्त-व्यस्त किया गया। उन्होंने बताया कि जांच विभाग को इस दौरान जो भी कागजात मिले हैं, उनका जवाब मेरे पास है। किसी की इसमें साजिश है तो उन्हें दिल से धन्यवाद है।

श्री वर्मा ने कहा कि वे किसी पर आरोप नही लगा रहे हैं। 200 किलो चाँदी के मिलने व बिल नहीं सौंपे जाने के सवाल पर उन्होनें कहा कि ज्वेलरी का पाँच शो रूम है, तो इतना ज्वेलरी का मिलना कोई बडी बात नहीं है और जो मिला उसका बिल उन्हें दिया गया है। हर चीज के जवाब के लिए वे पहले भी तैयार थे और आगे के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि शहर के लोग उनके साथ हैं।

गौरतलब है कि बीते 4 दिनों से राजेश वर्मा समेत इनके कई सहयोगियों के घर आयकर विभाग की छापेमारी लगातार चल रही थी। इस दौरान जांच टीम को कई कागजात व चार जगह से कुल 60 लाख कैश बरामद हुए थे और साथ ही कई कागजात मिले हैं।

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