पटना: महिला दरोगा की बाबर्दी फोटो के साथ अश्लील फेसबुक पोस्ट करने वाला अंजेश कुमार को पुलिस ने कटिहार जिला से गिरफ्तार किया है। अंजेश अपनी ऊँची पहचान बता लड़कियों को अपनी जाल में फंसाने के लिए फर्जी रूप से अपना परिचय एयरोनॉटिकल इंजीनियर के साथ अपने पिता का बिहार के एक जिला का जिलाधिकारी होना और माँ का MBBS डॉक्टर के रूप में फर्जी तरह से बताता है। जबकि अंजेश की माँ हाउसवाइफ तो पिता किसान हैं। पीड़ित महिला दरोगा बताती है की अंजेश हाई स्कूल लाइफ से ही कई लड़कियों को अपने जाल में फंसाने और उससे पैसा ठगने में शातिर रहा है। प्रिया ( बदला हुआ नाम ) के साथ उसने मंदिर में शादी भी की हुई है। जबकि एक बंगाली लड़की जो कटिहार में अपने परिजनों के साथ रहती थी,उसके साथ लम्बे समय तक लिव-इन में रहा है। पीड़ित महिला दरोगा बताती है की उसकी उसका परिचय अंजेश से प्रतियोगिता परीक्षा के दौरान हुई थी। गिरफ्तार युवक और महिला दरोगा के बीच प्रेम-प्रसंग की बात निराधार है। जमुई पुलिस द्वारा कटिहार से गिरफ्तार महिला दरोगा को परेशान करने वाला अंजेश कुमार कटिहार जिला के कोढ़ा थाना क्षेत्र के झिकटिया गांव निवासी जगदीश महतो का बेटा है। अंजेश प्रतियोगिता परीक्षा के दौरान जमुई निवासी एक लड़की से पहले दोस्ती करता है,उससे मदद के नाम पर कई बार अपने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाता पर और कई बार नगद रूपया ले चूका है,वहीँ अंजेश ने उक्त महिला दरोगा से कई बार अपने मोबाइल का रिचार्ज भी करवाया, जो वापस भी नहीं किया। इस दौरान लड़की जब अपने पैसे की मांग करती है तो पैसा देने से इनकार करते हुए लड़की के मोबाइल नंबर को ब्लैकलिस्टेड कर देता है। इस मामले के चार वर्ष बीत जाने के बाद लड़कियों को अपने फर्जी परिचय से अपने जाल में फंसाने के बाद उससे ठगी करने वाले अंजेश को इस बात की जानकारी मिलती है की जमुई निवासी जिस लड़की से वह पैसे की ठगी करता था उसका चयन बिहार पुलिस में दरोगा के पद पर हो चुका है। तभी से अंजेश उस लड़की की जानकारी जुटाने लगता है। तथाकथित रूप से अपनी प्रेमिका को अंजेश उसके हर जगह पर तलाश करता है। इस दौरान सोशल साइट पर लड़की को सर्च कर वहां से उसकी बाबर्दी फोटो और मोबाइल नंबर हासिल कर लेता है। और चार वर्षो बार एक बार फिर अंजेश उक्त लड़की को कॉल करना शुरू करता है। कॉल और SMS के माध्यम से लगातार अंजेश अपने पुराने दोस्त को मना कर एक बार फिर से ठगी के प्रयास में जुट गया। शायद अंजेश इस बात को लेकर भी ज्यादा प्रयासरत था की उसकी तथाकथित प्रेमिका तो अब दरोगा बन गई है, अब ज्यादा पैसे की ठगी होगी। लेकिन शायद वह यह भूल बैठा की जिस लड़की को वह चार वर्ष पूर्व ठगता था वह अब प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी नहीं कर रही, वह लड़की अब दरोगा बन चुकी है। लेकिन अब दरोगा बन चुकी लड़की उन दिनों की उसकी ठगी और धोखेबाजी को याद कर उससे दूर ही रहने का प्रयास करती। लेकिन अंजेश लगातार महिला दरोगा को पुरानी दोस्ती को बनाए रखने और शादी करने का दबाव बनाने लगा। लेकिन महिला दरोगा अंजेश के कॉल और SMS को इग्नोर करती रही। जब अंजेश को लगने लगा की अब महिला दरोगा उसकी बातो में नहीं आने वाली तो वह शातिर बन गया।
और अब शुरू हुआ अंजेश का शातिराना खेल…
अंजेश महिला दरोगा को कॉल,मैसेज और व्हाट्सएप्प कॉल से जान मरने की धमकी देना शुरू कर दिया। महिला दरोगा की जहाँ पोस्टिंग है अंजेश वहां तक शयद पहुंच गया। तब भी उसकी मुलाकात महिला दरोगा से नहीं हुई तो उसने महिला दरोगा को एसिड अटैक कर चेहरा जला देने की धमकी देने लगा। इस दौरान अंजेश ने आकृति यादव के नाम एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया। जहाँ महिला दरोगा की बाबर्दी तस्वीर, उसकी माँ के साथ की तस्वीर और महिला दरोगा का मोबाइल नंबर,उसके घर का पता और पिता का नाम लिखते हुए अश्लील पोस्ट करने लगा। इन सबके बावजूद जब महिला दरोगा नहीं मानी तो अंजेश उसके घर के पास महिला दरोगा की फोटोशॉप से एडिट कर अश्लील तस्वीर लगी पोस्टर लगवा देने की धमकी देने लगा। अंजेश देर रात महिला दरोगा को नए-नए नंबर से कॉल करता और मैसेज कर धमकी देता था। इन सबके बाद महिला दरोगा के परिजनों का नरसंहार करवा करवा देना की भी बात मैसेज कर कहने लगा।
पीड़ित महिला दरोगा अंजेश से किसी से बात का ऑडियो क्लिप सुनाते हुए बताती है की अंजेश यहाँ तक कहता था की वह महिला दरोगा का निर्भया से भी बुरा हाल करेगा। ऐसी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग इस शातिर के मन में था की घटना को सुनने वालों की रूह कांप जाए। अगर दरोगा के साथ ऐसा हो सकता तो आम महिलाओं का क्या होगा ? मंशा पूरी नहीं होने पर अंजेश जिस तरह का शातिराना खेल कर रहा था वह कोई पेशेवर ठग ही कर सकता। अब तक शातिर ठग जिन- जिन लड़कियों ठगा सभी जाबलेस थी, और दरोगा बनने के बाद अंजेश की सॉफ्ट टारगेट यह लड़की बनी। इस सबके बाद इस शातिर का खेल नहीं चला तो इसने लड़की के परिवार और इसके डिपार्टमेंट में बदनाम करने तक का भरपूर प्रयास किया, ताकि महिला दरोगा सभी की नजरों में गिर जाए।
अंजेश की इन तरह की सनकी मैसेज से परेशान महिला दरोगा ने मामले की शिकायत लेकर जमुई पुलिस कप्तान के पास गई। मामले की गंभीरता को समझते हुए जमुई पुलिस कप्तान ने अविलंब मामले की प्राथमिकी संबंधित थाना में दर्ज कर कार्रवाई करते हुए अंजेश की गिरफ़्तारी का आदेश जारी किया। पीड़ित पहले तो लड़की और बर्दी वाली। सम्बंधित थाना ने भी अपने महिला दरोगा के मामले में जल्द से जल्द न्यायलय से गिरफ़्तारी वारंट निर्गत करने में जुट गई। न्यायलय से वारंट निर्गत होते ही जमुई जिले की पुलिस शातिर अंजेश के मोबाइल लोकेशन के आधार पर कटिहार जिले में बीते 11 जनवरी को दबिश दी। अंजेश का मोबाइल कटिहार जिले के नगर थाना क्षेत्र के महराजगंज मोहल्ले में एक्टिव था। जहाँ जमुई पुलिस ने कटिहार नगर थाना की मदद से छापामारी कर शातिर अंजेश को गिरफ्तार की।
अंजेश कटिहार जिले के नगर थाना क्षेत्र के महाराजगंज मोहल्ला स्थित एक लॉज में था ,महिला दरोगा बताती है की जिस समय जमुई और कटिहार पुलिस उसे गिरफ्तार करने लॉज पहुंची थी उस समय भी अंजेश उसकी माँ को कॉल पर धमकी दे रहा था। अंजेश की गिरफ़्तारी के दौरान लॉज के आस-पास के लोगों ने बताया की यह लड़का यहाँ भी कई लड़कियों को लेकर अक्सर आता था। शातिर अंजेश की गिरफ़्तारी के बाद जमुई पुलिस उसे अपने साथ जमुई ले गई। जहां से विधिवत गिरफ्तारी ज्ञापन बनाकर जमुई पुलिस ने उसे न्यायालय में उपस्थित कराया गया। न्यायालय में उपस्थिति के बाद न्यायालय ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अंजेश की गिरफ्तारी के बाद उक्त महिला दरोगा अब तो स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित महसूस कर रही है।
लेकिन लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया से जरूर परेशान हैं। मीडिया में उसके FIR के अनुसार खबर परोसी गई, लेकिन साथ ही तथा कुछ भ्रामक तथ्यों को जोड़कर लड़की होने के बाबजूद उसकी सुस्पष्ट तस्वीर के साथ उसका सही नाम, पता व पिता का नाम प्रकाशित कर उसे समाज में बदनाम कर दिया गया। इस तरह मीडिया भी अपनी जिम्मेवारी से हटकर उसे और उसके परिवार को बदनाम कर दी। साथ ही वर्दी की गरिमा को धूमिल किया जा रहा है। पीड़ित महिला दरोगा का कहना है वह अब अपने निजता के हनन के खिलाफ मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग में अपनी शिकायत सारे प्रमाणों के साथ प्रस्तुत करते हुए मानहानि की शिकायत न्यायालय में दर्ज कराएगी। महिला दरोगा का कहना है की समाज में किसी लड़की को बदनाम करना यह कैसी जर्नलिज्म है ?