पार्टियां अपने समर्थित उम्मीदवारों को जीताने में जुटी सीधा मुकाबला सत्ता बनाम विपक्ष

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
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26 दिसंबर 2022

बिहार में नगर निकाय चुनाव भले दलगत आधार पर नहीं होते हैं, लेकिन राजनीति छोटे स्तर की हो या बड़े स्तर की हो, राजनीतिक पार्टियां तो अपने लिए जगह ढूंढ ही लेती हैं। यही वजह है कि नगर निकाय चुनाव में भी राजनीतिक पार्टियां अपने लिए कैंडिडेट चुन चुकी हैं। बिहार में 17 नगर निगमों में चुनाव 28 दिसंबर को होना है। इन 17 जगहों पर किसी न किसी पार्टी का दबदबा कायम है। चूंकि मेयर का चुनाव छोटे स्तर का होता है,लेकिन बड़ी पार्टियां इसमें दांव खेलने से पीछे नहीं हटती हैं।

यही वजह है यह चुनाव दलगत आधार पर न होते हुए भी राजनीतिक पार्टियां इसे अपनी प्रतिष्ठा मानती हुई दिख रही है। लोकप्रिय हिंदी न्यूज वेबसाइट जनपथ न्यूज पैकेज में आपको बताएगा कि किस तरह से किन -किन जगहों पर सीधा मुकाबला सत्तारूढ़ दल और विपक्षी पार्टी से है। किन कैंडिडेट को किस पार्टी का समर्थन मिला है और इसके लिए अंदरूनी रूप से कौन सी पार्टी प्रचार-प्रसार कर रही है।

पटना नगर निगम : सबसे महत्वपूर्ण चुनाव पटना नगर निगम को लेकर होने वाला है। यहां तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा उम्मीदवार मेयर पद पर चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में बिहार की राजधानी पटना पर सबसे ज्यादा फोकस राजनीतिक दलों का है। माना जा रहा है कि यदि पटना नगर निगम का चुनाव दलों के समर्थित उम्मीदवार जीत जाते हैं तो लोगों में मैसेज काफी बेहतर जाएगा इसी को लेकर राजद, जदयू और भाजपा ने अपने अपने समर्थित उम्मीदवार उतारे हैं। हालांकि, इस बात की घोषणा किसी भी दल ने नहीं की है। राजद की तरफ से पूर्व मेयर अफजल खान की पत्नी महजंबी अफजल खान को समर्थन दिया गया है तो वहीं, जदयू की तरफ से उम्मीदवार कमल नोपानी की पत्नी सविता नोपानी को समर्थन है। यदि भाजपा की बात करें तो भाजपा पटना नगर निगम ने पूर्व मेयर सीता साहू को मेयर के लिए और रश्मि चंद्रवंशी डिप्टी मेयर के लिए उम्मीदवार बनाया है। वैसे भी पटना के दो लोकसभा संसदीय क्षेत्र में भाजपा का कब्जा है। पाटलिपुत्र से भाजपा के सांसद राम कृपाल यादव हैं और पटना साहिब से भाजपा के सांसद रविशंकर प्रसाद हैं।

भागलपुर नगर निगम : भागलपुर नगर निगम का चुनाव त्रिकोणीय होता हुआ दिख रहा है। यहां भाजपा दो खेमों में बंट चुंकी है। कुल मिलाकर यहां पर दो खेमों में बंटे हुए हैं। यहां का माहौल देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के कद्दावर नेता ही मेयर पद का चुनाव लड़ रही है, जिनमें एक खेमा पूर्व मेयर रह चुकीं सीमा साह को समर्थन दे रहे हैं। वहीं, जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में दुसरा खेमा वसुंधरा लाल को समर्थन दिये हुए हैं। महागठबंधन के लोग एक और मेयर प्रत्याशी सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता रहीं श्वेता प्रियदर्शनी को अपना समर्थन दे रखा है। जाहिर सी बात है जदयू से सांसद अजय मंडल हैं, अजय मंडल का समर्थन श्वेता प्रियदर्शनी को प्राप्त होगा। लेकिन, शहरी इलाके में भाजपा का ही दबदबा दिख रहा है। ऐसे माहौल में महागठबंधन के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है। वहीं, मुस्लिम मतदातागण मेयर प्रत्याशी गजाला परवीन के पक्ष में गोलबंद होते हुए दिखाई दे रहे हैं।

बिहार शरीफ नगर निगम : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के मुख्यालय बिहार शरीफ में नगर निगम का चुनाव होना है। इस चुनाव में नीतीश कुमार की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगेगी। जाहिर सी बात है बिहार शरीफ से भाजपा ने संध्या सिन्हा को अपना समर्थन दिया है तो वहीं, जदयू ने कमर रिजवी को अपना समर्थन दे रखा है। हालांकि नालंदा से जदयू के सांसद कौशलेंद्र कुमार हैं,तो यहां जदयू समर्थित उम्मीदवार को फायदा मिलता दिख रहा है।

बिहार शरीफ नगर निगम : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के मुख्यालय बिहार शरीफ में नगर निगम का चुनाव होना है। इस चुनाव में नीतीश कुमार की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगेगी। जाहिर सी बात है बिहार शरीफ से भाजपा ने संध्या सिन्हा को अपना समर्थन दिया है तो वहीं, जदयू ने कमर रिजवी को अपना समर्थन बनाया है। हालांकि नालंदा से जदयू के सांसद कौशलेंद्र कुमार हैं। तो यहां जदयू समर्थित उम्मीदवार को फायदा मिलता दिख रहा है।

सासाराम नगर निगम : सासाराम नगर निगम चुनाव की बात करें तो यहां भाजपा के दो कद्दावर नेता आपस में टकराने वाले हैं। भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर लाल की बहू चांदनी कुमारी और भाजपा नेत्री एमएस गंधा मेयर का चुनाव लड़ रही हैं। जदयू समर्थित उम्मीदवार पिंकी कुमारी इन दोनों को टक्कर देंगी। यानी सासाराम नगर निगम चुनाव को त्रिकोणीय टक्कर कहा जा सकता है। हालांकि यहां से भाजपा के एमपी छेदी पासवान हैं, ऐसे में भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है।

आरा नगर निगम : आरा नगर निगम का भी चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। यहां भाजपा नेता ललन सिंह की पत्नी इंदू देवी मेयर पद की चुनाव लड़ रही हैं। वहीं, लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की समर्थित उम्मीदवार स्वीटी कुमारी भी चुनाव लड़ रही हैं। दूसरी तरफ, सीपीआई माले के विधायक सुदामा प्रसाद की पत्नी शोभा देवी भी मेयर का चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि यह चुनाव त्रिकोणीय होगा। हालांकि, आरा संसदीय क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह सांसद हैं। चूंकि आरा में उनका कम रहना होता है तो यहां के जो प्रत्याशी हैं। उन्हें अंदरूनी रूप से राजनीतिक पार्टियों से मदद मिल रही है।

गया नगर निगम : गया नगर निगम का चुनाव भी काफी दिलचस्प होने वाला है। यहां दो कद्दावर नेता आपस में भिड़ेंगे। हालांकि,बीजेपी ने श्यामदेव पासवान को समर्थन दिया है। श्यामदेव पासवान पूर्व विधायक रह चुके हैं। वहीं, इस बार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की बेटी सुनैना देवी चुनाव लड़ रही हैं। इन्हें सभी महागठबंधन के दलों का समर्थन प्राप्त होगा। हालांकि, यहां के सांसद विजय कुमार जेडीयू कोटे से हैं तो उसका भी लाभ जीतनराम मांझी की बेटी को मिल सकता है।

छपरा नगर निगम : छपरा नगर निगम चुनाव में लगभग दो दर्जन से ज्यादा उम्मीदवार मेयर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। छपरा में स्वर्ण व्यवसायी की पत्नी राखी गुप्ता चुनाव लड़ रही हैं। इन्हें भाजपा का समर्थन प्राप्त है। वहीं, संगीता देवी को आरजेडी का समर्थन प्राप्त है। माना जा रहा है कि स्वर्ण व्यवसाई में चुनाव जीतने के लिए हर संभव कोशिश शुरू कर दी है। हालांकि, छपरा के वर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूडी बीजेपी से ताल्लुक रखते हैं लेकिन, उनका फायदा राखी गुप्ता को कितना मिल पाता है यह तो 28 तारीख को पता चल पाएगा।

मोतिहारी नगर निगम : मोतिहारी नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने प्रकाश अस्थाना को अपना समर्थन दिया है तो वहीं आरजेडी ने प्रीति कुमारी को अपना समर्थन दिया है। यहां सीधा मुकाबला इन दोनों में उम्मीदवारों उसके बीच में है। हालांकि मोतिहारी से बीजेपी के कद्दावर नेता राधामोहन सिंह सांसद हैं.लोकल बॉडी के चुनाव में वह कितना दिलचस्पी लेते हैं इसका कितना फायदा भाजपा समर्थित उम्मीदवार को मिलता है यह कहना मुश्किल है। लेकिन माना जाता है कि राधा मोहन सिंह नगर निकाय के चुनाव और तमाम तरह के चुनाव में दिलचस्पी लेते रहे हैं।

बेतिया नगर निगम : बेतिया नगर निगम चुनाव में सीधा मुकाबला बिहार के सत्तारूढ़ दल और विपक्षी पार्टी के साथ है। इस बार पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के भतीजे की पत्नी सुरभि घई चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में बीजेपी का समर्थन सुरभि घई के साथ है। वहीं, महागठबंधन ने रजिया बेगम को अपना समर्थन दिया है। रजिया बेगम को आरजेडी और जेडीयू दोनों का समर्थन है। हालांकि, इस चुनाव को त्रिकोणीय बना रही हैं गरिमा सिकारिया, जो पूर्व में भी मेयर रह चुकी हैं। हालांकि बेतिया नगर निगम का चुनाव बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल रहेगा। संजय जायसवाल बेतिया से सांसद है।

सीतामढ़ी नगर निगम : मां सीता की नगरी सीतामढ़ी में भी नगर निगम का चुनाव होना है। 28 तारीख को यहां के मतदाता मेयर का चुनाव कर लेंगे। इस चुनाव में विशाल कुमार को बीजेपी ने अपना समर्थन दिया है तो वही, रौनक जहां परवेज को आरजेडी ने समर्थन दिया है। हालांकि, यहां से जदयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू हैं। सुनील कुमार पिंटू कभी बीजेपी से विधायक हुआ करते थे और पूर्व में मंत्री भी रह चुके हैं। अभी इनकी ईमानदारी फिलहाल जेडीयू की तरफ है। लेकिन, लोकल स्तर पर यह किस का समर्थन देते हैं यह बड़ा सवाल है।

दरभंगा नगर निगम : दरभंगा नगर निगम चुनाव त्रिकोणीय होने वाला है। यहां बीजेपी के 2 उम्मीदवार आमने-सामने खड़े हैं। तो वहीं,महागठबंधन ने एक मुस्लिम उम्मीदवार को अपना समर्थन दे दिया है। अंजनी देवी को बीजेपी के लोकल विधायक का समर्थन है तो वही, धर्म शीला देवी को दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर का समर्थन है तो महागठबंधन के दल आरजेडी और जेडीयू ने अंजुम आरा को अपना समर्थन दे दिया है। अब दरभंगा में डिसाइडिंग फैक्टर मुस्लिम होते हैं तो, ऐसे में बीजेपी के दोनों में द्वार आपस में भी लड़े तो, तीसरे उम्मीदवार को फायदा मिल सकता है।

समस्तीपुर नगर निगम : समस्तीपुर नगर निगम में भी लड़ाई सत्ता बनाम विपक्ष है। सीधे तौर पर विधानसभा के उपाध्यक्ष और जदयू के कद्दावर नेता महेश्वर हजारी की पत्नी संध्या हजारी मेयर पद का चुनाव लड़ रही हैं तो वहीं, बीजेपी नेता कृष्ण बालक की पत्नी कविता कुमारी चुनाव लड़ रही है। इन्हें बीजेपी का समर्थन प्राप्त है। हालांकि, समस्तीपुर में न तो जदयू के सांसद हैं और न ही बीजेपी के सांसद है। यहां राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद प्रिंस कुमार हैं। हालांकि, प्रिंस कुमार महेश्वर हजारी के रिश्तेदार भी हैं। लेकिन, इनकी पार्टी ने बीजेपी को समर्थन किया हुआ है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि प्रिंस कुमार का समर्थन किसे मिलता है।

पूर्णिया नगर निगम : पूर्णिया नगर निगम चुनाव में जेडीयू ने अपना समर्थन विभा कुमारी को दिया है तो वहीं, भाजपा ने अपना समर्थन अनंत भारती को दिया है। पूर्णिया से लगातार जदयू दो बार लोकसभा का चुनाव जीत चुकी हैं। जदयू के युवा सांसद संतोष कुशवाहा यहां से प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में जेडीयू हर संभव कोशिश करेगी कि इस नगर निगम की इस चुनाव को अपने समर्थित उम्मीदवार द्वारा जीता जाए।

कटिहार नगर निगम : कटिहार नगर निगम चुनाव भी काफी दिलचस्प रहने वाला है। इस चुनाव में बीजेपी के एमएलसी अशोक अग्रवाल की पत्नी उषा अग्रवाल मेयर पद का चुनाव लड़ रही हैं, तो आरजेडी ने अपना समर्थन मीना कुमारी को दिया है। वहीं, इसे त्रिकोणीय बनाने के लिए प्रेमलता देवी मेयर पद का चुनाव लड़ रही हैं, जो जेडीयू एमएलए विजय सिंह की पत्नी है। ऐसे में यह चुनाव त्रिकोणीय होता दिख रहा है। क्योंकि कटिहार से जेडीयू के सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी हैं। उनका समर्थन जेडीयू समर्थित उम्मीदवार प्रेमलता देवी को जरूर मिलेग। लेकिन, तीन बार से लगातार एमएलसी का चुनाव जीत चुके अशोक अग्रवाल भी अपनी पत्नी को मेयर पद पर पहुंचाना चाहते हैं।

मुंगेर नगर निगम : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का संसदीय क्षेत्र मुंगेर में नगर निगम का चुनाव दिलचस्प होगा। हालांकि यहां बीजेपी के कई नेता चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन,बीजेपी का समर्थन अजीत कुमार के साथ जाता दिख रहा है। वहीं, महागठबंधन ने इस बार मुंगेर में एकता दिखाते हुए कुमकुम देवी को अपना समर्थन दिया है। महागठबंधन के घटक दल आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस का समर्थन कुमकुम देवी के साथ है। वैसे ललन सिंह के लिए यह क्षेत्र प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है।

बेगूसराय नगर निगम : बेगूसराय नगर निगम का चुनाव पूरे भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय होगा। जाहिर सी बात है यहां से भाजपा के कद्दावर नेता, फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सांसद हैं। वहीं, पूर्व सांसद भोला सिंह की बहू वंदना सिंह मेयर पद का चुनाव लड़ रही हैं, तो जेडीयू नेता संजय सिंह ने अपनी पत्नी पिंकी देवी को मेयर पद के लिए तैयार किया है। ऐसे में सत्तारूढ़ दल जेडीयू भी हर संभव कोशिश यह करेगा कि किसी भी हाल में बीजेपी समर्थित उम्मीदवार वंदना सिंह को मेयर ना बनने दें।

मुजफ्फरपुर नगर निगम : मुजफ्फरपुर नगर निगम का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। यहां से बीजेपी के सांसद अजय निषाद हैं.बीजेपी ने यहां निर्मला साहू को समर्थन दिया है। तो वहीं युवा आरजेडी के नेता विकास गुप्ता मेयर का चुनाव लड़ रहे हैं। निर्मला साहू बीजेपी के कद्दावर नेत्री हैं और वह महिला मोर्चा में पदाधिकारी भी हैं। वहीं, विकास साहू भी युवा आरजेडी के सक्रिय नेता है। हालांकि, मुजफ्फरपुर नगर निगम किसी बीजेपी किसी भी हाल में गंवाने के मूड में नहीं रहेगी। अंदरूनी रूप से बीजेपी लगातार अपने समर्थित उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रही है।

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