दुनियाभर में कोरोनावायरस ने लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है. ऐसे में तमाम देश कोरोनोवायरस बीमारी का इलाज खोजने की कोशिश में जुटे हुए हैं. महज सात महीनों में ही इस महामारी का प्रकोप दुनियाभर में तबाही मचा चुका है. हालांकि इसकी वैक्सीन की खोज में कई देश जुटे हुए हैं, लेकिन जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक कई तकनीक विशेषज्ञ इस कोविड-19 को फैलाने वाले Sars-CoV-2 वायरस को खत्म करने के तरीके तलाश रहे हैं

इसी बीच अमेजन ने एक रोबोट लॉन्च किया, जो दावा करता है कि वो अल्ट्रावायलेट किरणों (UV Rays) के जरिए वायरस को खत्म कर सकता है. इसी साल मई के महीने में इस रोबोट का एयरपोर्ट्स, रिटेल बिजनेस और हॉस्पिटल में अनावरण किया गया.

कैसे काम करता है ये रोबोट?

ये मशीन एक होटल के लगेज कार्ट (Luggage Cart) की तरह दिखती है जिसमें पहिए लगे हुए हैं. इसमें लगभग 10 अल्ट्रावायलेट ट्यूबलाइट्स लगे हुए हैं, जो अक्सर लोगों द्वारा छुए जाने वाले गलियारों और अन्य जगहों को टारगेट कर उसे डिसइन्फेक्ट करते हैं. ये रोबोट गलियारों और बिल्डिंग के अन्य इलाकों में घूमता है और यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी कोना छूटे नहीं. एक ब्लॉग पोस्ट में, अमेजन ने कहा कि रोबोटों का बेड़ा हर दिन 8,000 घंटे से अधिक सफाई करता है.

सिर्फ अमेजन के पास ही है ऐसा इलाज?

जी नहीं. दुनिया भर की कई टेक साइट्स ने ऐसे कई अविष्कार किए हैं, जो कोरोनावायरस बीमारी के प्रसार की जांच में मदद कर रहे हैं. एक अमेरिकी कंपनी ने लाइट स्ट्राइक रोबोट बनाया है जो UV लाइट के जरिए एक बड़े इलाके को डिसइन्फेक्ट करता है. इस कंपनी का दावा है कि उनकी मशीन एक्टिव कोरोनावायरस को महज दो मिनट में खत्म कर सकती है.

ये रोबोट बिक्री के लिए नहीं है, लेकिन कंपनी इसे कई कंपनियों को किराये पर जरूर दे रही है. लाइट स्ट्राइक कंपनी द्वारा निर्मित Xenon लैंप का इस्तेमाल करता है, जो खुली हुई सतहों पर प्रकाश की तीव्र किरणें (intense light rays) फेंकता है. कंपनी यह दावा करती है कि एक स्पेक्ट्रम के भीतर ये प्रकाश की ये किरणें वायरस और बैक्टीरिया को मार सकती हैं.

UV लाइट और कोविड-19

दुनियाभर में कई कंपनियों और संस्थानों ने UV लाइट और कोविड-19 पर उसके प्रभाव को लेकर रिसर्च की है. यूरोपियन यूनियन की एक प्रमुख हेल्थ वेबसाइट हेल्थ यूरोपा के मुताबिक UV रे का इस्तेमाल एक डिसइन्फेक्टेंट के तौर पर किया जाता है और इसकी रेंज 200 से 300 नैनोमीटर होती है.

ये वेबसाइट Sars-CoV-2 वायरस को मारने के लिए काफी ताकतवर UV रे के इस्तेमाल के लिए भारी लागत की चेतावनी देती है, लेकिन साथ ही कुछ ऐसी रिसर्च के बारे में भी बताती है, जहां पारदर्शी (Transparent) कंडक्टर का इस्तेमाल कर लागत को काफी हद तक कम किया गया है.

हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने लोगों को चेतावनी दी है कि हाथ और शरीर के अन्य हिस्सों को डिसइन्फेक्ट करने के लिए UV रे का इस्तेमाल हरगिज न करें. ये किरणें स्किन को नुकसान पहुंचा सकती हैं और आखों को खराब कर सकती हैं. तो WHO के मुताबिक हाथों को अल्कोहल वाले हैंड वॉश, साबुन और पानी से साफ करना ही कोरोनावायरस को हटाने का सबसे प्रभावशाली तरीका है.

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