जनपथ न्यूज डेस्क
Edited by: राकेश कुमार
28 जनवरी 2023

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री चिराग पासवान ने बिहार में महंगी बिजली दर को लेकर मची लूट के विरुद्ध सरकार पर हमला बोला है। प्रदेश में बिजली दर में अप्रत्याशित वृद्धि पर पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान श्री चिराग पासवान ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में बिजली आपूर्ति की दर अन्य प्रदेशों की तुलना में सबसे महंगी है, बावजूद इसके प्रदेश की सरकार मौजूदा बिजली दर में 50 प्रतिशत वृद्धि करने जा रही है। यह बेहद गम्भीर मामला है और इसे लेकर तमाम बिहारवासियों में खासी-नाराज़गी है। सरकार का यह फैसला प्रदेश के प्रत्येक परिवार के घरेलू बजट को सीधे तौर पर प्रभावित कर रही है वही कल कारखानों और कृषि को भी संचालित करने में अवरोधक बन रही है।

श्री पासवान ने कहा कि अन्य प्रदेशों में प्रति यूनिट बिजली दरों की तुलना अगर बिहार से की जाए तो देखेंगे अन्य प्रदेशों के अधिकतम दर से दोगुना से भी ज्यादा दर पर बिहार में बिजली की आपूर्ति की जा रही है।

श्री चिराग ने कहा कि हमारी पार्टी बिजली के आपूर्ति और खरीद के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा तैयार किए गए सिंडिकेट के द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर जनता के पैसों का लूट की जा रही है लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। प्रेस वार्ता में चिराग पासवान ने मौजूदा बिजली दर में हुई अप्रत्याशित वृद्धि से अन्य राज्यों की मूल्य दरों की तुलनात्मक चर्चा की और आवश्यक तथ्य प्रस्तुत किये, जिसमें यह बात साफ हो गई कि बिहार सरकार आम आवाम से बिजली आपूर्ति के एवज में मोटी रकम वसूल रही है।

श्री चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में आम आदमी को विद्युत मुहैया कराने के नाम पर सरकार ने भारी लूट मचा रखा है। सरकार द्वारा सस्ते लागत की बिजली आम आदमी को इतने महंगे दरों पर उपलब्ध कराई जा रही है कि उसे भुगतान करने में उसकी कमर टूट जाती है। श्री चिराग ने बताया कि उत्तर प्रदेश की बिजली दर 3.35 से 6.00 रु तक, उड़ीसा का दर 3.00 से 6.20 रु तक, गोवा का 1.50 से 4.25 रु, तमिलनाडु 1.50 से 6.60रु, गुजरात में 3.20 से 5.00 रु है, जबकि बिहार में बिजली दर 6.05 से लेकर 7.70 रु तक है जो साबित करता है कि कहीं ना कहीं इस खेल में कोई बड़ी बड़ा घोटाला हो रहा है।

चिराग पासवान ने कहा कि काफी महंगे दर होने के बावजूद सरकार बढ़ोतरी की वजह अपना नुकसान बता रही है, लेकिन वह इस नुकसान के सही कारणों को सर्वजनिक नहीं करना चाहती है जो बेहद संशय की स्थिति है। श्री पासवान ने कहा कि विभाग और सरकारी एजेंसियां अपनी ताकत और आम आदमी के टैक्स के पैसे का इस्तेमाल कर हर कदम पर जनता को बरगलाने की कोशिश करती है। सरकार अपनी गलतियों और उससे होने वाले नुकसान को जिस तरीक़े से जनता के सर पर थोपने की कोशिश कर रही है वह वेहद निराशाजनक है।

तकनीकी पहलुओं पर बात करते हुए श्री पासवान ने कहा कि सरकार हर बार ट्रांशमिशन क्षति की बात कहती है जो बिहार बिजली विभाग को 36 प्रतिशत तक हुई है, जबकि औसत क्षति 8 प्रतिशत है जबकि अधिकतम मंजूरी 15 प्रतिशत तक दी गई है। लेकिन बिहार में यह 21 प्रतिशत तक बढ़ाई गई है आज उसका भुगतान आम जनता को करने के लिए कहा जा रहा है। श्री चिराग ने कहा कि इस नुकसान की भरपाई का जिम्मा सरकार आम जनता के उपर ना मढ़े।

चिराग पासवान ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सरकार ऐसे ही मनमानी पर कायम रही, तो इसके विरोध में कमर कस चुकी लोजपा (रा) हर संभव माध्यम से जनमत संग्रह कर शीघ्र ही प्रदेश भर में चरणबद्ध आंदोलन चलाएगी।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य रूप से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंदु कश्यप प्रधान, महासचिव संजय पासवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरेंद्र सिंह मुन्ना, संगठन मंत्री रविंद्र सिंह, संसदीय बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष हुलास पांडे, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह, धनंजय मृणाल, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष शोभा पासवान, चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ अजय, संजीव श्रीवास्तव पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता देवजानी मित्रा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष इमाम गजाली समेत पार्टी मौजूद थे।

Loading