जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
9 सितंबर 2022
भागलपुर : अंग प्रदेश के स्मार्ट सिटी भागलपुर के लोग इस बार दुर्गा पूजा में अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर व कोलकाता स्थित दक्षिणेश्वर काली मंदिर का भव्य स्वरूप देखेंगे। मारवाड़ी पाठशाला प्रागंण में जुबक संघ की प्रस्तुति श्रीराम मंदिर व सत्कार क्लब की दक्षिणेश्वर काली मंदिर होगी।
श्रीराम मंदिर और दक्षिणेश्वर काली मंदिर का भव्य स्वरूप देने में कारीगर जुटे हुए हैं। श्रीराम मंदिर के स्वरूप को देने के लिए कोलकाता के डायमंड हार्बर और बजबज से कारीगर आये हैं। वहीं, दक्षिणेश्वर काली मंदिर का स्वरूप देने के लिए हावड़ा बाली से कारीगर आये हुए हैं। कोरोना महामारी के दो साल बाद इस बार भव्य रूप से तैयारी चल रही है। कोरोना महामारी से पंडालों को इस तरह का भव्य स्वरूप नहीं दिया जा रहा था। इसके साथ ही शहर में कई जगहों पर पूजा की तैयारी चल रही है।
*1990 से सत्कार क्लब कर रहा मां की पूजा*
सत्कार क्लब पूजा प्रभारी प्रतीक कुमार बब्बू ने बताया कि सत्कार क्लब कचहरी चौक के पास 1990 से दुर्गा पूजा होता आ रहा है। इस बार क्लब ने निर्णय लिया है कि कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर के भव्य स्वरूप भागलपुर की जनता को दिखाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए हावड़ा बाली से 12 कारीगर पहुंच गये हैं और काम को युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर ढाक बंगाल के मुर्शीदाबाद से मंगाया जा रहा है। वहीं, मां के साज-सज्जा का पूरा सामान कोलकाता से आ रहा है। क्लब के मेढ़पति अभिषेक, किशोर, राकेश शर्मा, अध्यक्ष दीपक कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष दीपन आचार्य, सचिव रवि शंकर वर्मा, उपसचिव व सलाहकार दीपक कुमार दास व रितेश मिश्रा, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पूजा की तैयारी में लगे हुए हैं।
*1958 से जुबक संघ कर रहा मां की पूजा*
वहीं शहर के चर्चित जुबक संघ 1958 से मां की पूजा करता आ रहा है। इस संबंध में जुवक संघ के सचिव बबन साहा ने बताया कि अंग और बंग से बना इस बार जुबक संघ की प्रस्तुति श्रीराम मंदिर अयोध्या की तर्ज पर बनने जा रहा है। इस बार पंडाल की चौड़ाई 110 फीट और लंबाई 75 फीट होगी। भागलपुर में राम मंदिर का प्रतिरूप बनाने का निर्णय लिया गया है। संघ के सदस्य दीपक शर्मा ने बताया कि मां की प्रतिमा बनाने के लिए कोलकाता से कारीगर आ चुके हैं और युद्ध स्तर पर अपने काम में जुटे हुए हैं।