जमीनी विवाद में दो लोगों के हत्या के विरोध में अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर लोगो ने निकाला कैंडल मार्च
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राकेश कुमार/जनपथ न्यूज
सितम्बर 7, 2021
पटना जिले के बिहटा में बीते शनिवार की देर रात हुए बिहटा थाना क्षेत्र के किशुनपुर गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो लोगों की हत्या के विरोध में स्थानीय लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। यह कैंडल मार्च किशुनपुर गांव से होते हुए बिहटा चौक तक निकाला गया। इस कैंडल मार्च में काफी संख्या में गांव के युवा वर्ग भी शामिल हुए। कैंडल मार्च में शामिल हुए। स्थानीय लोगों ने कहा कि किशुनपुर गांव के दो नवयुवकों की निर्मम हत्या की गई है और राजधानी के नाक के नीचे बिहटा में अपराधी बेलगाम हो चुके है उनमें पुलिस का खौफ बिल्कुल समाप्त हो चुका है, आए दिन किसी न किसी की हत्या कर दी जा रही है।
दरअसल, बिहटा थाना क्षेत्र के किशुनपुर गांव के पास जमीन के विवाद को लेकर शनिवार की देर रात तकरीबन 12 से 1 बजे के आसपास सो रहे तीन लोगों के पर अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी गई थी जिसमें दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि अजित सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जिसका इलाज पटना के अस्पताल में चल रहा है।
मृतक के बड़े भाई प्रकाश कुमार सिंह ने बताया कि “बीते शनिवार की देर रात मेरे भाई और चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, इसी के विरोध में हम सब और गांव के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला है। इस कैंडल मार्च के जरिए सरकार और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जो भी हत्या में शामिल अपराधी हैं, उन्हें स्पीड ट्रायल के जरिए सख्त से सख्त सजा दी जाए और आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।”
मृतक के भाई अमन कुमार सिंह ने सोमवार को स्थानीय राजद विधायक भाई वीरेन्द्र के भतीजा सोनू कुमार सहित तीन अन्य लोगों को नामजद करते हुए मामला दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की छानबीन करते हुए तीन नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर अन्य तलाशी में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि सभी अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
बताते चलें कि इधर कुछ दिनों से बिहटा में अपराधी घटनाएं काफी बढ़ गई है। स्थानीय लोगों में खौफ का माहौल है, लोग डरे सहमे हुए हैं। ऎसे में बहुत लोग का कहना है कि इस तरह के घटनाओं पर प्रशासन अंकुश नहीं लगाती तो यहां से हमलोग कहीं और पलायन करेंगे।
जनपथ न्यूज आप सभी स्थानीय लोगों से अपील करता है कि अपराधिक घटनाओं को रोकने हेतु प्रशासन का सहयोग करें। हालाकि प्रशासन भी चुप नहीं है, आए दिन छापेमारी कर कई अपराधी को जेल भेजा जा चुका है। फिर भी अपराधी में प्रशासन का खौफ नहीं है। इसके लिए प्रशासन को और सख्त होने की जरूरत है और बिहटा में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर नाकाबंदी करने कि जरूरत है। क्योंकि बिहटा थाना का एरिया काफी बड़ा है। इस पर बड़े अधिकारियों को संज्ञान में लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है नहीं तो बिहटा से लोगो का पलायन होना तय है।