खबर का असर : ब्लैक फंगस की दवा की कालाबाजारी पर होगी कार्रवाई
दवा कालाबाजारी की सूचना देने के लिए बीसीडीए ने जारी किये हेल्पलाइन नंबर
गौतम सुमन गर्जना
————————
भागलपुर : जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सह मायागंज अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए जरूरी एंफाेटेरेसिन-बी इंजेक्शन मिल रही है,लेकिन ओरल दवा उपलब्ध नहीं है.परिजनों को ऑर्डर देकर महंगी दवा मंगवानी पड़ रही है.बांका बल्लीकिता के एक मरीज ने एक दुकान में आर्डर देकर 12,950 रुपए में एक पत्ता पाेसाकाेनाजाेल टैबलेट मंगवाया तो राहत मिली.हालांकि दुकानदार ने इसके ज्यादा पैसे नहीं लिए,लेकिन ब्लैक फंगस की बढ़ रही बीमारी के बीच दवा की कालाबाजारी की हमारे दैनिक अखबार सोनभद्र एक्स्प्रेस में प्रकाशित होने पर औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने रविवार को दर्जन भर दवा दुकानों में दबिश दी,लेकिन किसी भी दुकान पर यह दवा नहीं मिली.
विभागीय टीम ने थोक दुकानदारों से दवा स्टॉक में रखने और इसे तय कीमत पर भी बेचने के निर्देश दिए हैं.ड्रग इंस्पेक्टर दयानंद प्रसाद ने बताया,ज्यादा कीमत में दवा बेचने की सूचना थी.लेकिन कहीं ऐसा नहीं मिला.इधर, कोरोना के गंभीर मरीजों काे आक्टेंमरा नाम के 400 एमजी के इंजेक्शन भी ड्रग लाइसेंसिंग अाॅथाेरिटी प्रदीप कुमार ने अधिकृत मुकुल ट्रेडर्स में उपलब्ध कराया है.डाॅक्टर के पर्चे पर यह दवा दी जाएगी.जिले में अभी 350 वायल रेमडेसिविर इंजेक्शन भी उपलब्ध है.
कालाबाजारी पर संगठन संख्त, जारी किए हेल्पलाइन नंबर : बीसीडीए (भागलपुर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन) के अध्यक्ष घनश्याम दास कोटरीवाल व महासचिव प्रशांत लाल ठाकुर ने कालाबाजारी में शामिल दुकानदारों पर सख्ती दिखाई है.संगठन ने मोबाइल नंबर 7759898364,9431825431 जारी किया है.उन्होंने कहा है कि यदि कोई दुकानदार कालाबाजारी करता है तो इसकी शिकायत उक्त नंबर पर तुरंत करें.संगठन ने कहा कि, ऐसे दुकानदारों को संगठन से निकाला जाएगा और उसपर औषधि नियंत्रण विभाग व सिविल सर्जन के जरिए संबंधित केस भी कराया जाएगा.
फोटो : ब्लैक फंगस रोगी की जांच करते हुए चिकित्साकर्मी