धरती पर अगर भगवान का कोई दूसरा रुप है तो वह है चिकित्सक — जीवन कुमार
जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना ::
जन स्वास्थ्य कल्याण समिति के तत्वावधान में चिकित्सकों, नर्सों, कम्पाउंडर, सुरक्षाकर्मी, एवं प्रशासकों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना के ऑडोटोरियम में कार्यक्रम आयोजित की गई।
बिहार याचिका समिति के सभापति डॉ प्रेम कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि कोरोना काल में जब पुरा मानव प्रजाति भयभीत था, परिवार के किसी भी सदस्य को कोरोना हो जाने परिवार के कोई भी सदस्य आस पास नहीं जाते थे वैसी परिस्थिति में हमारे डॉक्टरों की टीम और समाजसेवी लोगों ने अपना साहस का परिचय देते हुए उनके पास गए उनका ख्याल रखा। इसके लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और पाटलीपुत्र सांसद रामकृपाल यादव, विशिष्ट अतिथि पटना जिला परिषद के उपाध्यक्ष श्रीमती ज्योती सोनी, हिन्दू जागरण मंच व अतिपिछड़ा वैश्य भाजपा नेता जीवन कुमार, पटना एम्स के निदेशक डॉ प्रभात सिंह थे।
उक्त अवसर पर कोरोना काल में जान की बाजी लगाने वाले, समाज सेवा करने वाले, लोगों को सम्मानित किया गया। एम्स निदेशक डॉ प्रभात कुमार, ने हिन्दू जागरण मंच के प्रदेश संयोजक जीवन कुमार को सम्मानित किया। सम्मान स्वरूप अंग वस्त्र, पाग, प्रशस्ति पत्र और मुमेंटो प्रदान की गई।
उक्त अवसर पर हिन्दू जागरण मंच के बिहार प्रदेश के संयोजक जीवन कुमार ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि धरती पर अगर भगवान का कोई दूसरा रुप है तो वह चिकित्सक है। कोरोना काल के समय में जिस प्रकार से चिकित्सकों, नर्सों और उनके मेडिकल स्टाफों ने जो मानवता का परिचय दिया है उसका मै गवाह हूँ और इसका जितना भी प्रशंसा किया जाए वह कम है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जहां आम लोग अपने घर के बाहर निकलने से भी परहेज करते थे, वहीं चिकित्सकों की टीम ने पुरे उत्साह के साथ कार्य किया है, जिसका परिणाम है कि बिहार में आज स्थिति सामान्य हुई है।
संयोजक जीवन कुमार ने कहा कि बुरे दिन में हमलोग कोरोना के डर से जब अपने घर में रह रहे थे, तो वहीं हमारे देश के चिकित्सकों और वैज्ञानिकों की टीम वैक्सीन खोजने में व्यस्त थे। आज हमारे देश वैक्सीन बना कर विश्व में इतिहास रचा है।
उन्होंने ने कहा कि आज हमारा देश वसुधैव कुटुम्बकम का परिचय देते हुए 130 देशों को वैक्सीन आपूर्ति कर रही है, क्योंकि वसुधैव कुटुम्बकम ही है भारत की मूल संस्कृति और आज हम उस संस्कृति को वैक्सीन देकर निभा रहे हैं।
उक्त अवसर पर चिकित्सकों सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। चिकित्सकों में प्रमुख्य रुप से डॉ सहजानन्द सिंह, डॉ संजीव कुमार, सी. एन गुप्ता, मनीषा पटेल, डीन उमेश भदानी, शिवपुजन राम शामिल थे।