जनतांत्रिक विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने आज सोलर लाइट के नाम पर लाखों रूपये के बंदरबांट की खबर पर केंद्र की मोदी सरकार और बक्सर के सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पर निशाना साधा। अनिल कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सांसद निधी में सेंध लगाकार मोदी सरकार के ही मंत्री ने उनके ‘न खायेंगे और खाने देंगे’ के दावे की पोल खोलकर रख दी। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि विकास के कार्यों के लिए आने वाले सांसद निधी लूट – खसोट मची है और सरकारी जांच में भी घोटाले की बात स्वीकारे जाने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस घोटाले में चौबे के दंगाई पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे मुख्य आरोपी हैं।
श्री कुमार ने कहा कि अश्विनी चौबे ने अपने सांसद निधि से 25 जगहों पर हाईमास्ट सोलर लाइट लगाने की अनुशंसा की थी। उनके निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने सोलर लाइट खरीदने की प्रक्रिया शुरू की। मगर इसकी खरीद सरकारी नियमों के अनुसार, कार्य व आपूर्ति आदेश स्टेट एजेंसी ब्रेडा से होनी थी, लेकिन औरंगाबाद की एक एजेंसी अखौरी अजय प्रकाश को इसका ठेका दे दिया। जबकि इस फर्म में सांसद के दंगाई पुत्र की भी पार्टनर शिप है। ऐसे में अखौरी अजय प्रकाश को एक सोलर लाइट दो लाख 96 हजार 663 रूपये में लगाने का ठेका मिला। यानि पचीस सोलर लाइट के लिए 74 लाख 16 हजार रूपये का भुगतान कर दिया गया। लूट खसोट का आलम ये था कि बाजार भाव से लगभग तीन गुणे रेट पर सोलर लाइट खरीदे गये। वह भी उनकी गुणवत्ता परखे बगैर। बाद में इसकी जांच बक्सर के डीडीसी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम ने की, जहां जांच टीम ने पाया कि इस खरीद में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ।
उन्होंने कहा कि अश्विनी चौबे ने बक्सर की जनता के साथ विश्वासघात किया है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार के दावों की भी धज्जियां उड़ाई है। चौबे को बक्सर की जनता ने विकास के लिए वोट दिया था, मगर उन्होंने अपने चार साल के कार्यकाल में बक्सर की जनता के उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इसलिए जनतांत्रिक विकास पार्टी उनके इस्तीफे का मांग करती है और जांच टीम के रिपोर्ट के आधार पर उन पर कार्रवाई हो। वरना जनतांत्रिक विकास पार्टी शाहाबाद की गरिमा को धूमिल करने वाले चौबे के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे।