जानिए जदयू नेता के पास किस ‘दूत’ को भेजा
जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
8 फरवरी 2023
भागलपुर : उपेंद्र कुशवाहा को लेकर जदयू के अंदर मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। लेकिन अब इस घमासान को रोकने की कवायद शुरू की गई है। इसके लिए जदयू की तरफ से एमएलसी रामेश्वर महतो को दूत बनाकर भेजा गया। ‘इस दूत’ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह उपेंद्र कुशवाहा को मानने आए हैं, जो कुछ चल रहा है, वह बंद होना चाहिए। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि अगर कैमरा बंद कर पूछा जाए कि पार्टी को तोड़ने का काम कौन कर रहा है तो हर कोई चार पांच लोगों का नाम गिना देगा। रामेश्वर महतो के इस बयान के बाद अब यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि आखिर वह 4-5 लोग कौन हैं, जो पार्टी को तोड़ने का काम कर रहे हैं..?
*विकास की गति बचाने को जेडीयू ने भेजा दूत?*
रामेश्वर महतो ने कहा कि वह बिहार के विकास की गति को बचाने आए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी चाहती है कि जो गति बिहार के विकास को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी है, वह गति बनी रहे। यह सभी कोई चाहते हैं। इसलिए वो उपेंद्र कुशवाहा से बात करने आए हैं। लेकिन अब बड़ा सवाल ये है कि बंद कमरे के भीतर रामेश्वर महतो से कुशवाहा ने क्या बात की?
*मुलाकात के बाद मान जाएंगे कुशवाहा?*
एमएलसी रामेश्वर महतो से मुलाकात के बाद बिहार की राजनीति में अब यह भी सवाल है कि क्या कुशवाहा अपनी विमर्श बैठक खत्म कर देंगे या मानने की कोशिश के पीछे भी कोई राजनीति है या ‘वार्ड पार्षद का चुनाव भी नहीं जीत पाने की क्षमता रखने वाले’ उपेंद्र कुशवाहा बिहार के विकास की रफ्तार रोकने के जिम्मेदार होंगे? ये तो आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन इतना तो तय है कि उपेंद्र कुशवाहा की और जदयू के बीच का घमासान आगे की राजनीति गोटी सेट करने का प्लेटफार्म जरूर है।