जनपथ न्यूज डेस्क/पटना

Edited by: राकेश कुमार
19 अक्टूबर 2022

पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री -सह- सभापति, लोक लेखा समिति, बिहार विधानसभा श्री तारकिशोर प्रसाद ने सीमांचल के जिलों में बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा सातवीं कक्षा की अर्द्धवार्षिक परीक्षा में पूछे गए आपत्तिजनक प्रश्न पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि किशनगंज सहित अन्य सीमांचल के जिलों में सातवीं कक्षा के परीक्षा के प्रश्न पत्र में विभिन्न देशों का नाम देते हुए कश्मीर के विषय में यह पूछा जाना कि कश्मीर में रहने वाले को क्या कहते हैं, घोर आपत्तिजनक और निन्दनीय है। कश्मीर अलग देश नहीं बल्कि भारत का अभिन्न अंग है, परन्तु ऐसे प्रश्नों को पूछकर आखिर महागठबंधन सरकार विद्यार्थियों को क्या बताना चाहती है ? उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बिहार में अपने अधिकारियों के माध्यम से अलगाववादी मंसूबे को बढ़ावा देने का काम कर रही है।

श्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि हमारे विद्यार्थी देश के भविष्य हैं, उन्हें देश की अखंडता और स्वर्णिम इतिहास की सही जानकारी दी जानी चाहिए। इस प्रकार के प्रश्नों को परीक्षा में पूछा जाना सरकार और सरकार में शामिल अधिकारियों की राष्ट्र विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। महागठबंधन सरकार सत्ता की मदहोशी में देश की अखंडता के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस घटना की गहन जांच की जानी चाहिए तथा ऐसी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को चिन्हि्त करते हुए कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

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