रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार की सुबह आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवणे के साथ लेह जाएंगे. वो लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल की फॉरवर्ड लोकेशन पर जवानों से मुलाकात करेंगे. हालात के बारे में त्रिशूल डिवीजन के कमांडर ब्रीफ करेंगे. रक्षा मंत्री हॉस्पिटल में एडमिट जवानों से भी मुलाकात करेंगे.
बता दें कि, पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच 15 जून को हुए खूनी संघर्ष के बाद दोनों देशों के बीच शांति के लिए वार्ता जारी है. ऐसे समय में रक्षा मंत्री का लेह दौरा काफी अहम माना जा रहा है. बता दें कि, पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच 15 जून को हुए खूनी संघर्ष के बाद दोनों देशों के बीच शांति के लिए वार्ता जारी है. ऐसे समय में रक्षा मंत्री का लेह दौरा काफी अहम माना जा रहा है.
भारतीय सेना ने कहा है कि हम राष्ट्र की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं. इससे पहले भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में LAC पर गतिरोध को दूर करने के लिए दोनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों की करीब 12 घंटे बैठक मंगलवार को चली. सेना सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सीमा पर प्राथमिकता के आधार पर तनाव कम करने पर जोर दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक, दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की तीसरी बैठक में इस बात पर जोर दिया गया है कि दोनों देश तनाव कम करने की दिशा में प्राथमिकता के आधार पर कदम उठाएंगे.