बिहार में प्रवासी मजदूरों और छात्रों को वापस लाने को लेकर विपक्षी दल मुख्यमंत्री नितीश कुमार को घेर रहे हैं. मामला तब और तूल दे हो गया जब बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ये कह दिया कि दूसरे राज्यों से लोगों को लाने के लिए हमारे पास संसाधन नहीं हैं. बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नितीश कुमार को निशाने पर लेते हुए पूछा कि आपके पास बस नहीं है या अब आपके बस में कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि संसाधन की कमी वाले बयान सिर्फ बहानेबाजी है. आज अगर इन्हीं नेताओं को पटना के गांधी मैदान में रैली करनी हो तो पूरा शहर बसों से भर देंगे. ललन कुमार ने कहा कि मानव श्रंखला बनाने और हेलीकॉप्टर से उसकी वीडियोग्राफी कराने में अरबों रूपया खर्च हो सकता है, बड़े नेताओं के दौरे से पहले रातोंरात नई सड़क बनाई जा सकती है, विधायकों की सैलरी बढ़ाई जा सकती है, इन सब कामों के लिए सरकार के पास पैसा है मगर बात जब गरीबों, मजदूरों, छात्रों को लाने की होती है संसाधन की कमी का रोना रोया जाता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार में 21 लाख बिहारियों को लाना मुश्किल, बाढ़ पर काबू करना मुश्किल, युवाओं को रोजगार देना मुश्किल, फंसे हुए छात्रों, मजदूरों को लाना मुश्किल, अगर हर काम मुश्किल ही है तो सत्ता में क्यों बैठे हुए हैं. ललन कुमार ने कहा कि अब सरकार ही बता दें कि उसके लिए कौन सा काम आसान है वरना कुछ दिनों के बाद जनता इनकी छुट्टी कर देगी.