जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
5 अप्रैल 2023

भागलपुर : रमजान का पाक महीना चल रहा है। इस दौरान, मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग तीस दिनों तक रोजा रखते हैं। इस वर्ष रोजेदारों पर महंगाई की मार पड़ी हुई है। रोजा इफ्तार के लिए बाजार सामानों से पटा हुआ है, लेकिन लगभग हर चीजें महंगी मिल रही हैं। दिन भर रोजा रखने के बाद जब रोजेदार शाम को इफ्तार या तड़के शहरी करते हैं तो वो फल, खजूर और दूध का सेवन करना पसंद करते हैं।रोजेदारों की मांग के कारण ही रमजान के महीने में फल आदि के दाम आसमान छूने लगते हैं। इस बार भी ऐसा ही कुछ हो रहा है।

भागलपुर जिले में रमजान के महीने में बाजारों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रही है।कुछ दिन पहले तक केला 30 रुपये दर्जन था तो अब 60 रुपये दर्जन मिल रहा है। सेब के दाम 180 रुपये किलो से बढ़ कर 200 रुपये हो गये हैं। तो वहीं, खजूर का भाव भी 100 से 200 रुपये प्रति किलो बढ़ गया है। फलों के अलावा दूध के दाम में भी उछाल आया हुआ है। बढ़ती महंगाई के कारण रोजेदार के इफ्तार पर खासा असर हुआ है। वो महंगे फल, सब्जी और खजूर खरीदने के लिये मजबूर हैं।

*रमजान पर पड़ी महंगाई की मार*: रोजेदारों का कहना है इफ्तारी के समय केला, सेब व खजूर तो सहरी के वक्त दूध, चाय और बिस्कुट ज्यादा पसंद है। रमजान में दूध की चीजें ज्यादा बनाई जाती हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार दूध के दाम पांच से 10 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गए हैं। हर चीज का दाम बढ़ गया है, पर क्या करें, मजबूरी है। रोजा खोलने के लिये फल व खजूर लेना पड़ता है। पहले एक दर्जन केला लेते थे, लेकिन महंगाई के कारण अब आधा दर्जन में काम चलाते हैं। विदित हो कि रमजान में फलों और मेवों की डिमांड ज्यादा होती है, इसलिये इनके भी दाम बढ़े हुए हैं। रोजेदारों की मांग को देखते हुए हर सामान का दाम बढ़ गया है। जैसे ही रमजान का महीना खत्म हो जाएगा, हर चीज से महंगाई कम हो जायेगी लेकिन, तब तक लोग महंगाई से परेशान रहेंगे।

*बाजार में ग्राहकों की कम संख्या* : वहीं, दुकानदारों का कहना कि हमलोगों को ही फल महंगा मिल रहा है, तो उसी हिसाब से हम बेच रहे हैं। पहले ग्राहक दो किलो फल लेता था, लेकिन अब वो आधा किलो ले रहा है। इससे हमलोगों की आमदनी कम हो गई है। ज्यादा सेल नहीं है, बिक्री घट कर नही के बराबर रह गई है।

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