डीएम बोले- सूचना मिली तो हटवाएंगे

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
17 मार्च 2023

भागलपुर : जिले के करीब दाे दर्जन पहाड़ के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। पहले माफियाओं ने अवैध खनन कर करीब 11 पहाड़ाें से पत्थर निकालकर बेच डाले। अब पहाड़ के नाम पर कुछ हिस्से बचे हुए हैं,जिसका आकार छाेटा हाे चुका है। लेकिन उस पर अब अतिक्रमणकारियाें की नजर है। अतिक्रमणकारियाें ने करीब सात पहाड़ाें पर कब्जा पर घर-मकान बना लिये हैं। हालत यह है कि इन पहाड़ाें पर पूरी बस्ती ही बस गई है। अतिक्रमण हटाने के नाम पर ऑफिसर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं।

इस पर कार्रवाई के रूप में नाेटिस थमा कर अतिक्रमण हटाओ अभियान काे पूरा किया जा रहा है। शाहकुंड, शिवशंकरपुर, जगरिया में 12 में से तीन, कहलगांव में चार में से तीन और पीरपैंती में पांच में से एक पहाड़ पर अतिक्रमणकारियाें का कब्जा आज भी कायम है। अंचल के पदाधिकारी अतिक्रमण हटाने के लिए जिला मुख्यालय के ऑफिसर के निर्देश का इंतजार करने की बात बता रहे हैं। जबकि जिला स्तर के ऑफिसर कहते हैं कि अतिक्रमण हटाने के लिए लगातार अभियान चलता रहा है। अगर कहीं से सूचना आएगी ताे आगे भी इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी।

*शाहकुंड : ऐतिहासिक महत्व की गिरवरनाथ पहाड़ी पर भी अतिक्रमण*

विदित हो कि शाहकुंड प्रखंड में शिवशंकरपुर,जगरिया और शाहकुंड में दर्जनभर पहाड़ाें का अवैध खनन किया गया। अब उसका आकार बहुत छाेटा सा हाे गया है। गिरवरनाथ पहाड़ी पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। लेकिन उसके बचे हुए हिस्से पर घर-मकान बन चुके हैं। इसकाे लेकर सुल्तानगंज के जदयू विधायक ललित नारायण मंडल ने विधानसभा में सवाल भी पूछे थे। इस पर खनन विभाग की ओर से बताया गया था कि खनन के लिए लीज पर देने के बाद ही विभाग निगरानी करता है। उधर, शाहकुंड के सीओ निलेश चौरसिया ने बताया कि पहाड़ से अतिक्रमण हटाने की फिलहाल कार्ययोजना तैयार नहीं हुई है। भूमिहीनाें काे पहाड़ के आसपास सरकारी जमीन मुहैया कर प्रधानमंत्री आवास याेजना का लाभ दिया गया है। लेकिन जाे लाेग पहाड़ पर अतिक्रमण कर रह रहे हैं, उनलाेगाें से जगह खाली कराई जाएगी।

*कहलगांव : शिवकुमारी पहाड़ पर 500 अतिक्रमणकारियाें काे दिया गया था नाेटिस, लेकिन इसके बाद नहीं हुई काेई कार्रवाई*

कहलगांव में मुख्य रूप से चार पहाड़ हैं। इनमें से तीन पहाड़ाें पर अतिक्रमण है। पहले इसका खनन कर मोरंग और पत्थर निकाल लिए गए। कहलगांव शहर स्थित शिवकुमारी पहाड़ पर अतिक्रमण कर करीब 700 घर बन गए हैं। दूर से देखना पर लगता है कि पूरी बस्ती ही बस गई हाे। 2018 में कहलगांव के सीओ ने करीब 500 अतिक्रमणकारियाें काे जगह खाली करने का नाेटिस दिया था।लेकिन इसके बाद इस दिशा में काेई पहल नहीं की गई। कहलगांव शहर से चार किलोमीटर की दूरी पर भदेश्वर पहाड़ है। वहां से अवैध खनन के बाद मिट्टी भी खाेदकर बेच दी गई। ओरियप पंचायत में स्थित कासड़ी पहाड़ की हालत भी कमाेवेश ऐसी ही है। सीओ रामावतार यादव ने बताया कि निर्देश आने के बाद अतिक्रमणकारियाें काे नाेटिस देकर खाली कराया जाएगा।

*सलेमपुर पहाड़ पर कटाव पीड़िताें का कब्जा, पर्चा मिलने पर भी नहीं हट रहे*

पीरपैंती प्रखंड में पांच पहाड़ हैं। इनमें दानापुर, सलेमपुर, बड़गामा, शामपुर और योगीवीर पहाड़ हैं। सलेमपुर, बड़गामा और दानापुर पहाड़ पर पहले अवैध खनन हुआ। इससे तीनों पहाड़ का आकार छाेटा हो गया। सलेमपुर में अतिक्रमण है। वहां रानी दियारा के बाढ़ व कटाव पीड़ित घर-मकान बनाकर रह रहे हैं।

बीडीओ सह सीओ चंदन कुमार चक्रवर्ती ने बताया कि सलेमपुर पहाड़ रानी दियारा समेत आसपास के बाढ़ और कटाव पीड़ित रह रहे हैं। उनलाेगाें काे परसबन्ना मौजा में जमीन दी गई है। फिर भी वे लाेग सलेमपुर पहाड़ से नहीं हट रहे हैं।

*सूचना मिलने पर हटाया जाएगा कब्जा*: इस बाबत भागलपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए लगातार अभियान चलाया‌ जाता है। अगर किसी पहाड़ पर अतिक्रमण है ताे इसकी सूचना मिलने के बाद अतिक्रमण हटाया जाएगा।

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