जनपथ न्यूज डेस्क/पटना
जितेन्द्र कुमार सिन्हा
20 नवम्बर 2023

पटना: कार्तिक छठ महापर्व की चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार (17 नवंबर) को पहले दिन नहाय-खाय से शुरु हो कर 20 नवम्बर सोमवार को उदयमान सूर्य को अर्ध्य के साथ सम्पन्न हुआ। पटना उच्च न्यायालय की अधिवक्ता बीना कुमारी जायसवाल ने छठ महापर्व का अनुष्ठान अपने कंकड़बाग स्थित आवास पर किया। पूर्व की तरह इस वर्ष भी श्रीमती जायसवाल ने अपने छत पर संध्याकालीन और प्रातः कालीन अर्घ्य दी।

श्रीमती जायसवाल ने बताया कि चार दिवसीय महापर्व के पहले दिन नहाय खाय से शुरू होता है, दूसरे दिन दिनभर उपवास रहकर खरना किया जाता है, खरना करने के बाद निराजली रहकर तीसरे दिन संध्या में डूबते हुए सूर्य को जिसे छठ मईया कहते हैं को अर्घ्य दिया जाता है उसके बाद चौथे और अंतिम दिन उगते सूर्य को जिसे सूर्य भगवान कहते हैं उन्हें अर्घ्य देने के बाद अनुष्ठान पूरा होता है।

उन्होंने बताया कि यह व्रत इकलौता व्रत है जिसमें किसी पंडित जी का सहयोग नहीं लिया जाता है और इस व्रत में सहयोग करने वाले में जात पात का भेद भाव नहीं रहता है। रहता है तो केवल श्रद्धा भाव, सहयोग भाव और ईश्वर के प्रति विश्वास। यह व्रत प्रकृति का प्रत्यक्ष दर्शन और भावनाओं से ओत प्रोत है। श्रीमती जायसवाल ने बताया कि यह व्रत अपने परिवार के साथ अपने सभी शुभचिंतकों/परिजनों की सुख समृद्धि और खुशियाली बनी रहे इस लिए किया है।

इस अनुष्ठान में शामिल रहने वालों में वरीय अधिवक्ता उपेन्द्र प्रसाद, अधिवक्ता सह जर्नलिस्ट राजीव रंजन, आर्थो सर्जन डॉ राकेश कुमार, सेवा निवृत्त एच ओ डी शिशु रोग डॉ अनिल कुमार जायसवाल, स्त्री रोग विशेषज्ञ पीएमसीएच डॉ रीता चौधरी, शिक्षक रजनीश रंजन, ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष (मीडिया) सह बिहार प्रदेश अध्यक्ष आयुष्मान भारत फाउंडेशन जितेन्द्र कुमार सिन्हा सहित अन्य गणमान्य लोग थे।

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