जल संसाधन मंत्री ने विधानसभा में दी जानकारी,कहा-जिले में बाढ़ और कटाव से सुरक्षा के लिए तत्परता से कार्य करा रहा है जल संसाधन विभाग

जनपथ न्यूज डेस्क
Reported by: गौतम सुमन गर्जना
Edited by: राकेश कुमार
14 मार्च 2023

भागलपुर : जिले में गंगा नदी की बाढ़ एवं कटाव से सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग तत्परता से कार्य करा रहा है। वर्ष 2023 के बाढ़ सीजन से पूर्व भी जिले में सात स्थानों पर कटाव निरोधक कार्य की योजना बनाई गई है। इनकी कुल लागत राशि 25 करोड़ 67 लाख 58 हजार रुपये है। यह जानकारी बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने सोमवार को बिहार विधानसभा में भागलपुर जिले के सबौर, कहलगांव, पीरपैंती, गोपालपुर और रंगरा प्रखंड के कई स्थानों पर गंगा नदी से हो रहे कटाव से संबंधित ध्यानाकर्षण के उत्तर में दी।

संजय कुमार झा ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल भागलपुर के अंतर्गत सबौर प्रखंड में इंगलिश फरका गांव की कटाव से सुरक्षा के लिए दो स्थानों पर और भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के निकट कटाव निरोधक कार्य कराया जाना है। इसी तरह बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल नवगछिया के अधीन इस्माईलपुर-बिन्दटोली तटबंध के स्पर संख्या-06 एन के अपस्ट्रीम में, इसी तटबंध के स्पर संख्या-01 के डाउस्ट्रीम में, स्पर संख्या-05 एवं 09 के डाउनस्ट्रीम के बीच कटाव निरोधक कार्य कराया जाना है। इसके अलावा काजीकोरिया-राघोपुर मार्जिनल बांध के सुदृढ़ीकरण का कार्य कराया जाएगा। इन सभी कार्यों की कुल प्राक्कलित राशि 2567.58 लाख रुपये है। इसके अलावा रंगरा प्रखंड के ज्ञानीदास टोला एवं झल्लूदास टोला की सुरक्षा के लिए भी बाढ़ 2023 से पूर्व कटाव निरोधक कार्य की योजना बनाने का कार्य प्रक्रियाधीन है। इसके अलावा बाढ़ अवधि में संवेदनशील स्थलों पर कटाव परिलक्षित होने पर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराकर स्थल को सुरक्षित किया जाएगा।
श्री संजय झा ने बताया कि जिले के तौफ़िल ग्राम में बाढ़ 2020 से पूर्व 350 मीटर लंबाई में और टपुआ ग्राम में बाढ़ 2022 से पूर्व 500 मीटर लंबाई में कटाव निरोधक कार्य कराया गया है,जो वर्तमान में सुरक्षित एवं प्रभावी है। जिले के अंठावन, बिरबन्ना, दयालपुर, बरोहिया, रानी दियारा, सुब्बानगर, एकचारी दियारा, मोहनपुर, ख्वासपुर में गंगा तट से गाँव की दूरी क्रमशः 200 मी., 600 मी., 1400 मी., 900 मी., 0 मी., 1000 मी., 900 मी., 700 मी., 1700 मी. है। वर्तमान में इन स्थानों पर कटाव परिलक्षित नहीं हो रहा है।
जल संसाधन मंत्री ने बताया कि सबौर प्रखंड के बाबूपुर एवं रजंदीपुर में गंगा किनारे से गाँव की दूरी 100 से 125 मीटर है। इन जगहों पर बाढ़ 2022 में कटाव परिलक्षित नहीं हुआ है। तकनीकी सलाहकार समिति की अनुशंसाओं के अनुसार बाबूपुर एवं रजंदीपुर के डाउनस्ट्रीम में स्थित इंग्लिश और फरका ग्राम में कटाव निरोधक कार्य किया जा रहा है, जिसे 15 मई 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि बाढ़ 2022 से पूर्व भी बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल नवगछिया के अंतर्गत इस्माईलपुर-बिन्दटोली तटबंध के स्पर संख्या-02 एवं 03 के बीच और स्पर-06 एवं 07 के बीच कटाव निरोधक कार्य, इसी तटबंध के स्पर संख्या 5 से 7 के बीच शोल हटाने का कार्य और स्पर संख्या 4 से 5 के बीच पुनर्स्थापन कार्य, गोपालपुर प्रखंड में गंगा प्रसाद जमींदारी बांध पर, खरीक प्रखंड में नरकटिया और ननकार ग्राम के समीप लत्तीपुर-नारायणपुर जमींदारी बांध पर, रंगरा प्रखंड में झल्लूदास गांव तथा ज्ञानीदास टोला के पास, सबौर प्रखंड में इंगलिश फरका गांव के पास, पीरपैंती प्रखंड में टपुआ गाँव के पास कटाव निरोधक कार्य कराये गये थे।

श्री संजय झा ने बताया कि बाढ़ अवधि में विभाग के अधीन आने वाले सभी तटबंधों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थलों से उचित दूरी पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का पर्याप्त भंडारण किया जाता है। अति संवेदनशील स्थलों पर विभिन्न भारी मशीनों के अलावा पोर्टेबल जेनरेटर, हैलोजन लाईट, खाली सीमेंट बैग,नायलन क्रेट,जीयो बैग इत्यादि से सुसज्जित मोबाइल एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की जाती है।

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