पेश है जनपथ न्यूज डाॅट काॅम के पाठकों के लिए खुद का अनुभव

जनपथ न्यूज डेस्क
Written by: गौतम सुमन गर्जना
20 मार्च 2023

भागलपुर : जिले में हार्ट अटैक के मामले इन दिनों तेजी से बढ़ रहे हैं। युवाओं और 40 की उम्र के लोगों में तो ये समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप हार्ट अटैक के मामलों से बचें और इसके लिए आप उन चीजों के बारे में जानें, जो हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानने और इसके उपचार में मदद करें। तो, आज हम आपको सोनभद्र एक्सप्रेस के जरिये बताएंगे कि अगर कोई व्यक्ति अकेला हो और उसे हार्ट अटैक आ जाए तो उसे क्या करना चाहिए।

*1. सबसे पहले लक्षणों की पहचान करें*: हार्ट अटैक के लक्षणों की पहचान करना समय पर इससे बचने का उपाय हो सकता है। ये सीने में भारीपन, जकड़न, दबाव, दर्द और जलन का कारण बन सकता है। आप मतली अनियमित दिल की तेज धड़कन का अनुभव कर सकते हैं।

*2. एंबुलेंस और किसी अपने को कॉल करके बुला लें*: ऐसी हालात में इन लक्षणों को देखते ही एंबुलेंस को कॉल करें। इसके साथ ही अपने किसी दोस्त या घरवाले को कॉल करें। उन्हें जल्द से जल्द पहुंचने और साथ में डॉक्टर लाने की बात कहें।

*3. जीभ के नीचे एस्प्रीन टाबलेट दबाएं*: इसी बीच अपनी जीभ के नीचे सॉर्बिट्रेट एस्पिरिन टैबलेट या क्लोपिडोग्रेल- 300 एमजी या फिर एटोरवास्टेटिन- 80 एमजी लेकर आराम से दबाए रखें। अगर ये लक्षणों के 30 मिनट के भीतर किया जाता है तो एस्पिरिन चबाना विशेष रूप से प्रभावी होता है। एस्पिरिन ब्लड क्लॉटिंग होने से रोकता है,जो धमनियों के ब्लॉकेज का कारण बन सकता। तो, डॉक्टर आने तक एस्पिरिन टैबलेट दबाएं रखें और अपनी आंखों को खुली रखें।

*4. लेट कर पैरों के नीचे तकिया रखें*: हार्ट अटैक के दौरान ज्यादा परेशान होना स्थिति को और खराब कर सकता है। कुछ मरीज इस दौरान ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट के कारण अत्यधिक पसीने और चक्कर आने की शिकायत करते हैं। ऐसे में जब बीपी लो हो तो एस्पिरिन लेने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे बीपी और भी कम हो सकती है। ऐसे में रोगी व्यक्ति को लेट कर पैरों के नीचे तकिया रखना चाहिए। भले ही दिल का दौरा पड़ने पर आपकी प्रवृत्ति तेजी से सांस लेने की हो, लेकिन आपके खून और आपके दिल को ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप धीमी, गहरी सांस लेते रहें। खुली खिड़की,खुले दरवाजे, पंखे या एयर कंडीशनर के सामने लेटे रहें। इससे दिल को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में मदद मिल सकती है।

*5. खुद से ड्राइव न करें और खाने पीने से बचें*: दिल का दौरा पड़ने पर शायद आपके दिमाग में खाने और पीने की कुछ चीजें आएं, लेकिन अगर आप चाहते हैं तो भी आपको खाने और पीने से बचना चाहिए। साथ ही वॉशरूम जाने से भी बचें। क्योंकि ये स्थिति को जटिल बना सकता है। साथ ही खुद से ड्राइव न करें, पर समय पर डॉक्टर के पास पहुंचने की कोशिश करें।
मेरी उक्त बातों को नजरअंदाज न करें॥

मैं जनपथ न्यूज डाॅट काॅम का भागलपुर ब्यूरो चीफ गौतम सुमन गर्जना अपने अनुभव को महज इसलिए आप पाठकगणों के समक्ष प्रस्तुत किया कि हाल ही में मैं इस हार्ट अटेक का शिकार हुआ था और तब मैंने उल्लेखित बातों पर अमल किया था,जो मेरे लिए वरदान साबित हुआ और आज मैं इन उपायों को बताने के लिए आप सबों के समक्ष जीवित हूं!

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