जनपथ न्यूज डेस्क
Written by: गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
Edited by: राकेश कुमार
25 जनवरी 2023

उपेंद्र कुशवाहा को जदयू किनारे करने की तैयारी में है। इसका अंदेशा उपेंद्र कुशवाहा को भी लग चुका है। इसीलिए वे अब सफाई देने लगे हैं। वह यह भरोसा दिला रहे हैं कि उनके नेता नीतीश कुमार के खिलाफ जब राजद के विधायक ने अपमानजनक शब्दों के प्रयोग किया तो पार्टी का कोई नेता खड़ा नहीं हुआ। वे सामने आये और इसका प्रतिकार किया। अब उन पर ही संदेह जताया जा रहा है। पार्टी के साथ रहते हुए वह नीतीश की इज्जत पर कभी आंच नहीं आने देंगे। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश को महागठबंधन में कमजोर करने की साजिश चल रही है। नीतीश के बारे में क्या-क्या नहीं कहा गया। राजद के एक विधायक ने नीतीश कुमार को शिखंडी, भिखारी, बेशर्म जैसे विशेषणों से नवाजा, तब पार्टी का कोई आदमी सामने नहीं आया। उन्होंने अकेले इसका विरोध किया। जदयू को कमजोर करने की साजिश चल रही है। यह बात वे लगातार कह रहे हैं। उन्हें जिसे जो कहना है कहे, लेकिन वे जदयू को बर्बाद होते नहीं देखना चाहते।

*राजद बार-बार कहती रही है गठबंधन के डील की बात*

उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि ‘राजद की ओर से कई बार कहा गया है कि गठबंधन के समय जो डील हुई है, सारी चीजें उसी अनुरूप चल रही हैं। आखिर किस तरह की डील राजद से हुई है। हमें भी यह जानने का हक है। राजद के नेता जिस तरह के बयान देते हैं, वह नीतीश कुमार को खारिज करने की ओर इशारा करते हैं। वे लोग नीतीश को सीएम की कुर्सी से हटाने को आतुर हैं.’ कुशवाहा ने कहा कि उनके खिलाफ जो साजिश रची जा रही है, वह उनके नहीं, बल्कि नीतीश कुमार के खिलाफ है। कुशवाहा दरकिनार होते हैं तो इसका सीधा अर्थ नीतीश कुमार को कमजोर करना है। नीतीश के खिलाफ बोलने वालों को कुशवाहा रोक रहे हैं, इसलिए उन्हें किनारे करने का षडयंत्र रचा जा रहा है।

*गठबंधन के लिए क्या डील हुई,इसका खुलासा हो*

श्री कुशवाहा ने कहा कि जिस वक्त महागठबंधन के साथ जदयू ने जाने का फैसला किया, उस वक्त क्या डील हुई, इसका खुलासा होना चाहिए। पार्टी को कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर इसे बताना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या गठबंधन इसलिए हुआ था कि उसके नेता नीतीश कुमार के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया जाये और जिस दल का व्यक्ति ऐसा करे, उसे खुली छूट मिलती रहे। अगर उपेंद्र कुशवाहा ऐसे बयानों के खिलाफ खड़ा नहीं हुआ होता तो सुधाकर सिंह को राजद शो कॉज नोटिस जारी नहीं करता।

*कुशवाहा को किनारे करने की तैयारी में है जदयू*

उपेंद्र कुशवाहा को यू टर्न लेते हुए सफाई इसलिए देनी पड़ी, क्योंकि उनके बयान को पार्टी विरुद्ध आचरण मानते हुए जदयू ने उन्हें किनारे करने की तैयारी कर ली है। कुशवाहा ने कहा था कि जदयू के शीर्ष नेता बीजेपी के संपर्क में हैं। हालांकि, इसी तरह की टिप्पणी उन्होंने राजद के लिए तब की थी, जब रामचरित मानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव का बयान आया था। उसेक बाद वे अपने रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए दिल्ली चले गये थे, जहां बीजेपी के कुछ नेता उनसे मिलने एम्स पहुंचे थे। यहीं से उपेंद्र कुशवाहा जदयू की नजरों में संदिग्ध हो गये थे। नीतीश ने उनके बारे में टिप्पणी की कि वे तो इधर-उधर आते-जाते ही रहते हैं। लौटने पर कुशवाहा ने गुस्से में कह दिया कि वे ही क्यों, यहां तो जदयू के शीर्ष नेता पहले से ही बीजेपी के संपर्क में हैं। हालांकि, उनकी यही बात उनके गले की हड्डी बन चुकी है। इसी बयान के बाद उन्हें पार्टी से निकालने की तैयारी चल रही है

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