किसी भी देश में लोकतंत्र के लिए विरोधी दल का सशक्त होना लोकतंत्र के खुबसूरती के लिए आवश्यक है।
परन्तु लोकतंत्र के प्रहरी के लिए विरोधी दल के नेता ऑर जनप्रतिनिधियों से विचार विमर्श ऑर संवाद स्थापित करनी चाहिए जिससे जनता की चुनी हुई सरकार जनता के लिए अच्छा कार्य करती है । सत्ता ऑर सरकार को विरोधी दलों के नेताओं ऑर जनप्रतिनिधियों से बदले की भावना या किसी भी प्रकार की दुर्भावना से काम नहीं करनी चाहिए।किसी भी कार्ययोजना,या नीति को जनता से संवाद स्थापित कर या विरोधी दल के नेताओं से विचार अभिव्यक्त कर मूर्त रूप देना चाहिए।
नितीश सरकार का बक्सर के कांग्रेसी विधायक मुन्ना तिवारी को शराब कांड में संलिप्त करना बिहार सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या को दर्शाता है। कांग्रेस के विधायक की गाड़ी जिससे शराब मिला एक गाड़ी जनता के राहत ऑर सहायता के लिए क्षेत्र में था। कांग्रेस ने उस वक्त सरकार में रहते हुए नशाबंदी कानून में सरकार का भरपुर सहयोग दिया था।उस वक़्त विभागीय मंत्री भी कांग्रेस के ही थे।
बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस पूर्व उपाध्यक्ष मंजुबाला पाठक ने कहा कि विरोधी कांग्रेस के बक्सर विधायक को नाहक परेशान करना राजनीति ऑर लोकतंत्र के लिए घातक है। इस महामारी में कांग्रेस के विधायक सभी तरह के राहत ऑर कल्याण कार्य करने में लगे हैं।
बिहार सरकार शराब के माफियाओं के साथ अंदरुनी सांठगांठ में है परन्तु विपक्ष के नेताओं पर साजिश के तहत फंसा कर राजनीतिक लाभ लेने ऑर इस महामारी में अपनी असफलता की छुपाने में लगी है।
ऑर तो ऑर सरकार की अभी तक कोई सटीक योजना नहीं है जिससे इस महामारी से लड़ा जाए।
मै मंजुबाला पाठक बिहार प्रदेश महिला पूर्व उपाध्यक्ष ये मांग करती हूं कि प्रशासन निष्पक्ष जांच करे ऑर सरकार के साजिश का पर्दाफाश करें।