पटना : वैश्विक महामारी कोरोना काल में सच्ची निष्ठा और पूरी ईमानदारी से मानव सेवा के प्रति समर्पित कलमकार सह बिहार उच्च न्यायालय,पटना के अधिवक्ता राजीव रंजन को भारतीय मानवाधिकार परिषद का मुख्य संयोजक बनाया गया है। इस आशय की जानकारी परिषद के अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने देते हुए बताया कि यह नियुक्ति राजीव रंजन के मानव सेवा और समाज के प्रति समर्पण भाव एवं सच्ची निष्ठा और कर्तव्यनिष्ठ कार्य को देखते हुए किया गया है।
गौरतलब हो कि यह संस्था सरकारी व गैर सरकारी कुव्यवस्था से त्रस्त लोगों को हर संभव मदद करने और उसे सही मार्ग दिखाते हुए उन्हें उनका मौलिक अधिकार देने-दिलाने के लिए वचनबद्ध है और यह राष्ट्रीय स्तर पर समाज के मानव सेवा व उनके हक-हकूक के प्रति जागरूक समाजसेवियों को जोड़कर आम लोगों को उनके मौलिक अधिकार और जरूरतों के बारे में प्रशासन को सुझाव और जमीनी हकीकत से अवगत कराकर उनके इंसाफ के लिये कार्य करता है, साथ ही यह संगठन राज्य के हर जिले व प्रखंडों में मानव अघिकार के लिए निगरानी कर सराहनीय कार्य कर रहा है।
इस बावत राजीव रंजन ने कहा कि उन्हें खुशी है कि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु जहां लॉक डॉउन और सोशल डिस्टेंसिंग पर ढेर सारी राजनीति, कूटनीति, वाहवाही नीति और वसूली नीति का कार्ड खेलकर हर कोई मस्त व व्यस्त हैं; वहीं भारतीय मानवाधिकार परिषद ने उन्हें योग्य समझकर एक नई जिम्मेदारी दी है। उन्होंने इन जिम्मेदारियों की कसौटी पर 100% खड़ा उतरने की शपथ ली और कहा कि पहले वह जिस तरह न्याय और अन्याय के लिए कलम चलाकर निष्ठापूर्वक न्यायालय में अपनी बुलंद आवाज उठाते थे,ठीक उसी तरह अब वे मानवाधिकार के लिये समर्पित होकर कार्य करेंगे। उन्होंने इस परिषद के पदाधिकारियों का आभार प्रकट किया। वहीं श्री रंजन की इस नियुक्ति पर संपूर्ण अंग महाजनपद समेत पटना उच्च न्यायालय परिसर में खुशी की लहर है। लोग फोन और सोशल मीडिया के जरिये राजीव रंजन को बधाइयां दे रहे हैं।