भारत सरकार के भूतल परिवहन विभाग के पूर्व डीजी और बाबू धाम ट्रस्ट के संस्थापक श्री अजय प्रकाश पाठक ने लोगो को ईद की अग्रिम बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कभी कभी समय ऐसा आ जाता है जब इंसान अपने अंदर अपने खुशियों को समेटते हुए अपनी पहचान को कायम रखने के लिए सुरक्षात्मक विचारों ऑर नियमों का पालन करता हैं ऑर यहीं उसकी पुरस्कार होती हैं। चूंकि अभी देश ऑर दुनिया में महामारी चल रही हैं तो उन्होंने लोगो से सुरक्षित रहने की विनती की और इसी को अपनी ईदी समझी।
आज अजय प्रकाश पाठक ने ने लॉकडाउन के वजह से एक संदेश शेयर किया।जिसमे वो लोगो को ईद की अग्रिम बधाई देते हुए दिखे।इसके अलावा उन्होंने दो गज़ दूरी की बात भी लोगो को समझाई। अजय प्रकाश पाठक और उनकी पत्नी मंजुबाला पाठक शुरू से ही धर्मनिरपेक्ष विचारों के प्रणेता रहें हैं। हर साल वे और उनका परिवार इफ्तार पार्टी और ईद मिलन का प्रोग्राम अपने मातृभूमि में मनाते हैं।सभी के साथ साथ मनाते थे।मगर इस बार कोरोना महामारी की वजह से ये संभव नही हो पा रहा है।जिसका उन्हें खेद भी है। क्योंकि अधिकांश परिस्थितियों में अपने प्रभुत्व को बचाना ऑर जनकल्याण के लिए कार्य को विराम देना ऑर उन लोगों को अपने है उनके सुरक्षा को आलिंगन करना कभी कभी उचित हो जाता है। लोगो से ईद मनाने के साथ साथ उन्होंने अपनी सुरक्षा का ध्यान रखने की भी दरख्वास्त की।उन्होंने कहा इस बार हाथ मिलाने और गले लगने से बचे।खुद के लिए और अपने परिवार के लिए।उन्होंने कहा कि मुझे पता है आप लोग मुझे निराश नही करेंगे और इस ईद पर आप अपना ध्यान रखेंगे।यही मेरी ईदी होगी जो आप लोग मुझे देंगे। वे बोले की लॉकडौन हटते ही वे अपने पत्नी के साथ सबके बीच आएंगे।आप सबसे मिलने।उक्त बातें उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कही।
आप सबको बताते चले कि इस बार लॉकडौन में श्री पाठक के ट्रस्ट ने बहुत ही बढ़िया कार्य किया है। ट्रस्ट के कोरोना फाइटर्स के सदस्यों ने कम्युनिटी किचन की तर्ज़ पर लोगो के लिए भोजन बनाने,खिलाने,और भोजन पहुँचाने का कार्य किया है
लोगों के बीच अन्य जरूरी वस्तुएं की उपलब्धता सुनिश्चित किया हैं।इसके अलावा मास्क,सैनिटाइजर और साबुन का वितरण भी किया है।
किसानों के लिए बाबु धाम ट्रस्ट से जुड़े तकनीकी ऑर उच्च कोटि के किसानों से निम्न किसानों को मदद करवाया गया है।ट्रस्ट की महिला विंग ने घरेलू महिलाओं को अन्य जरूरी मदद ऑर काउंसलिंग उपलब्ध कराई है । युवाआें के लिए बाबु धाम ट्रस्ट के शिक्षण टीम ने ऑनलाइन तैयारी ऑर पठन पाठन उपलब्ध किया हैं।
ट्रस्ट की अध्यक्षा श्रीमती मंजुबाला पाठक ने हमेशा से अप्रवासी मजदूरों ऑर छात्रों के लिए घर वापसी हेतु सरकार तक अपनी मांग पहुंचाई हैं। धाम ट्रस्ट पिछले लगभग एक दशक से गरीबो की सेवा में कार्य कर रहा है

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed