जनपथ न्यूज़ पटना. राजधानी में बुधवार सुबह पटना हाईकोर्ट के वकील की हत्या के विरोध में साथी वकीलों ने बेली रोड पर चक्काजाम कर दिया। वकीलों का कहना कि जब तक डीजीपी खुद आकर बात नहीं करेंगे तब तक जाम नहीं खुलेगा। वकीलों की मांग है कि अधिवक्ता जितेंद्र के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा और घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
सरकार का इकबाल खत्म
पटना हाईकोर्ट के वकीलों का कहना है कि बिहार सरकार अपराधियों पर नकेल कसने में नाकाम है। दिनदहाड़े रिहायशी इलाके में वकील की हत्या कर दी जाती है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे रहती है। अगर इसी तरह का हाल रहा तो पटना के सभी वकील काम का बहिष्कार कर रोज धरना प्रदर्शन करेंगे। वकीलों ने बिहार में एकवोक्ट एक्ट लागू करने की भी मांग की है।
हाईकोर्ट जाने के दौरान बदमाशों ने मारी गोली
बुधवार सुबह साढ़े 10 बजे शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के राजवंशी इलाके में बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर वकील की हत्या कर दी थी। बताया गया कि अधिवक्ता जितेंद्र कुमार (55) रोजाना की तरह हाईकोर्ट प्रैक्टिस के लिए जा रहे थे। इसी दौरान अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया।
घटना की सूचना मिलते ही सिटी एसपी अमरकेस डी मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। वकील जितेंद्र कुमार गुरुसाय लेन के मजिस्ट्रेट कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। उनकी पत्नी नीतू सिंह पिछले कई सालों से अलग रहती हैं। नीतू अपने मां-बाप से साथ मुजफ्फरपुर में रहती है।
आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में यह पता चला है कि दानापुर थाना क्षेत्र के खगौल में जमीन को लेकर वकील का परिवार में किसी से विवाद चल रहा था। बदमाशों ने अधिवक्ता जितेंद्र कुमार पर ताबड़तोड़ फायरिंग की और मौके से फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस आरोपियों की तलाश के लिए छापेमारी कर रही है।
