नई दिल्ली, 14 अप्रैल, 2020
कोविड -19 महामारी एक बड़ी चिंता का कारण है। आज जबकि पूरे देश में तालाबंदी चल रही है, विद्युत् मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम पावरग्रिड, देश में महामारी से प्रभावित लोगों की सहायता करने के लिए न केवल चौबीसों घंटे बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है, बल्कि राहत गतिविधियों का संचालन भी कर रहा है।
एक जिम्मेदार कॉरपोरेट नागरिक के रूप में पावरग्रिड उन प्रथम संस्थानों में था, जिन्होंने सबसे पहले कोविड -19 महामारी से निपटने में सहायता पहुँचाने के लिए सीएसआर गतिविधियां आरम्भ कीं। पावरग्रिड ने पीएम केयर फंड में रुपये 200 करोड़ का योगदान किया है और इसके अतिरिक्त कंपनी के सभी कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन भी पीएम केयर फंड में समर्पित किया है।
पीएम केयर फंड में वित्तीय योगदान के साथ ही पावरग्रिड अनुबंधित श्रमिकों, मजदूरों और कंस्ट्रक्शन साइटों, ट्रांसमिशन लाइन कार्यालयों तथा अपने उप-केंद्रों के आस-पास रहने वाले जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट व खाद्य सामग्रियां भी वितरित कर रहा है। इन आवश्यक वस्तुओं के अलावा, मास्क, सैनिटाइज़र और साबुन का वितरण भी किया जा रहा है। अब तक पूरे देश भर में 200 से अधिक स्थानों पर कुल 81,000 लाभार्थियों को लगभग रुपये 4.27 करोड़ मूल्य की राशन / खाद्य सामग्री का वितरण किया जा चुका है।
पावरग्रिड ने इस महामारी के प्रबंधन के लिए अस्पतालों में वेंटिलेटर खरीदने, चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने और बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए सहायता प्रदान की है। कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई के समर्थन में पूरे देश भर में विभिन्न अस्पतालों में पीपीई किट, वेंटिलेटर और अन्य अस्पताल उपकरण वितरित किए गए हैं।
इसके अलावा, देश भर में विभिन्न स्थानों पर स्थित कार्यालयों में तैनात पावरग्रिड की टीमें सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक कर रही हैं और उन्हें ये समझाने में संलग्न हैं कि कैसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर इस प्राणघातक महामारी के फैलाव को रोका जा सकता है।