सहरसा :- मधेपुरा में स्थापित रेल इंजन कारखाना से निíमत इंजन अब देश के विभिन्न भागों के लिए दौड़ने लगी है। अबतक कुल छह इंजन यहां से निकली है जो मालगाड़ी को लेकर विभिन्न भागों में पहुंचेगी। सोमवार को यहां से निकली इंजन यूपी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से सौ किमी की रफ्तार में मालगाड़ी लेकर झारखंड के बरवाडीह पहुंची। जानकारी के अनुसार, कुल 276 किलोमीटर की दूरी तय कर सौ के स्पीड से पहुंची ट्रेन का बैग 12 इंजन को अब रेलवे ने स्वीकृति दे दी है। मधेपुरा के रेल फैक्ट्री से छह तैयार इंजन यूपी के सराहनपुर भेजी गयी थी। जहां से इन इंजन को मालगाड़ी में लगाकर देश के विभिन्न शहरों में भेजी जा रही है।उल्लेखनीय है कि मधेपुरा की ग्रीनफील्ड लोकोमोटिव फैक्ट्री का रेल इंजन 12 हजार हॉर्स पावर का है। यह 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम है। विशेष क्षमताओं के कारण भारतीय रेल इस इंजन का इस्तेमाल डेडिकेटेड फ्रंट कॉरीडोर के लिए किया जाना है। इससे कम समय में देश के एक स्थान से दूसरे स्थान तक माल की ढुलाई हो सकेगी। भारत और फ्रांस के सहयोग से मधेपुरा की ग्रीनफील्ड लोकोमोटिव फैक्ट्री में इस इंजन का निर्माण किया गया है। इस फैक्ट्री वर्ष 2019 तक ऐसे पांच रेल इंजनों का उत्पादन का लक्ष्य था। वर्ष 2020 में 35 इंजन 2021 में 60 और उसके बाद हर साल 100 इंजनों के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। कंपनी इस फैक्ट्री के जरिए कुल 800 इंजनों के उत्पादन में सहयोग करेगी।