हिंदुस्तानी सियासत के अमिट हस्ताक्षर एवं कालजयी स्तम्भ अटल बिहारी वाजपेयी आज पंचतत्व में विलीन हो गए. कृतज्ञ राष्ट्र ने अश्रुपूरित नेत्रों के साथ अपने इस महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम विदाई दी. अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार दिल्ली स्थित राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर किया गया. उनकी दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्या ने उन्हें मुखाग्नि दी.लंबी बीमारी के बाद वाजपेयी का 93 साल की आयु में कल शाम एम्स में निधन हो गया था. पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार यमुना नदी के किनारे स्थित ‘राष्ट्रीय स्मृति स्थल’ पर किया गया. उमसभरी गर्मी के बीच हजारों की संख्या में लोग सात किलोमीटर मीटर लम्बे मार्ग पर वाहन के साथ चल रहे थे. जिस मार्ग से वाजपेयी की अंतिम यात्रा गुजर रही थी, उस पर भारी सुरक्षाबल तैनात किये गये थे. अंतिम यात्रा के दौरान लोग ‘‘अटल बिहारी अमर रहे’’ जैसे नारे लगा रहे थे.