जनपथ न्यूज़:- बिहार में चमकी बुखार के चलते राजनीतिक गलियारों में हंगामा खड़ा हो गया है. मिली जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे लेने के लिए अपना डंडा गाड़ दिया है. वही बीजेपी सूत्रों ने भी स्पष्ट संकेत दिया है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे. और वही नीतीश कुमार का कहना है की अगर मेरी मांग को नजरंदाज किया गया तो मई कोई ठोस कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाऊंगा. जाहिर है बीजेपी-जेडीयू के बीच यह बड़ा सियासी जंग छिड़ सकता है.
मिले जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार नैतिकता के आधार पर मंगल पांडे से इस्तीफा की मांग की है. दरअसल मुख्यमंत्री का कहना है कि चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौतों से बिहार की जनता में आक्रोस का माहौल बन गया है जिसके चलते बिहार सरकार बुरी तरह घिर चुकी है इस इस्तीफे से थोड़ी राहत मिल सकती है. सीएम का मानना है कि चमकी बुखार का मामला सीएम से अधिक संबंधित स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी थी,जिसे मंगल पांडेय ने बखुबी नही निभाया. जानकारी के लिए बता दें की जब नीतीश कुमार रेल मंत्री थे तब उन्होंने नैतिकता के आधार पर ही इस्तीफा दे दिया था.
वहीं नीतीश के इस्तीफे की मांग को लेकर बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार मीठी राजनित कर रहे हैं. पार्टी का मानना है कि यह आज का मसला थोड़े ही है. यह घटना तो हर साल होता है. इसके लिए दीर्घकालीन नीति बनानी होगी, जो बिहार सरकार को करना चाहिए. जाहिर है आरोप-प्रत्यारोप के बीच इसी मसले पर दोनों पार्टियों के बीच तलवारें खिंची हुई हैं.
मंगल पांडे बिहार बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते हैं. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के करीबी होने के साथ राष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहचान एक सशक्त संगठनकर्ता की भी है. उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ये भी कहना है है कि अभी वो इस्तीफा दे दें, बाद में उन्हें एडजस्ट कर लेंगे. हालांकि बीजेपी अपने इस कद्दावर नेता की साख पर किसी भी तरह से आघात नहीं आने देना चाहती है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या नीतीश कुमार अपने ही मंत्री से जबरन इस्तीफा ले कर तो दिखाए