जनपथ न्यूज़ पटना/फतुहा. फतुहा रेलवे कॉलोनी स्थित पावर हाउस कक्ष में तैनात लाइनमैन रमेश राय की गमछा से गला दबाकर हत्या कर दी गई। इससे उनके परिजन व स्थानीय लोग उग्र हो गए। मामला फतुहा थाना व जीआरपी के बीच सीमा विवाद के पेच में फंस जाने के बाद परिजन व स्थानीय लोग फतुहा स्टेशन पहुंच गए।
देखते ही देखते सैकड़ों लोग वहां जमा हो गए। उसके बाद प्लेटफार्म नंबर एक पर रेलवे के सभी दफ्तरों जीआरपी कक्ष, आरपीएफ कक्ष, सूचना प्रसारण केंद्र के साथ स्टेशन पर स्थित सभी दुकानों में जमकर तोड़फोड़ की। दफ्तरों में रखे कुर्सी, टेबल, कंप्यूटर, फोन समेत सभी सामान को पटक कर तोड़ दिया। दफ्तरों में लगे शीशे को भी पथराव कर चकनाचूर कर दिया।
दफ्तर छोड़कर भागना पड़ा
लोगों के उग्र तेवर देख स्टेशन मास्टर, जीआरपी, आरपीएफ समेत सभी रेलकर्मी दफ्तर छोड़कर भाग गए। जीआरपी थानेदार एके राय को पथराव कर घायल कर दिया। पथराव में आधा दर्जन पुलिसकर्मी व रेलकर्मी घायल हो गए। 40 साल का रमेश खुसरुपुर थाना क्षेत्र के कुरथा गांव में मकान बनाकर रह रहा था। वैसे वह मूल रूप से वैशाली जिले के राघोपुर थाने के जफराबाद के सरसाबाद गांव निवासी सोहन राय का बेटा था। सोहन की पत्नी जिला पार्षद है, जबकि उसकी बहू जफराबाद पंचायत की मुखिया है। घटना के मूल में चुनावी रंजिश की बात सामने आ रही है।
खड़ी ट्रेन पर भी पथराव
उग्र लोगों ने प्लेटफार्म नंबर छह पर खड़ी इस्लामपुर-पटना सवारी गाड़ी पर जमकर पथराव किया। इसमें दर्जनभर यात्री चोेटिल व जख्मी हो गए। शनिवार की शाम पौने छह बजे से रात करीब सवा आठ बजे तक पूरा स्टेशन उग्र लोगों के कब्जा में रहा। किसी अनहोनी की आशंका व ट्रेनों में पथराव होने की आशंका को देखते हुए रेल प्रशासन ने करीब ढाई घंटे तक रेल परिचालन रोक दिया। कई ट्रेनें जहां-तहां खड़ी रहीं। जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त यात्रियों की खासी तादाद थी। पथराव होने से स्टेशन पर भदगड़ मच गई।
बृजनाथी हत्याकांड का आराेपी है मृतक का पिता
पुलिस के मुताबिक सोहन राय लोजपा नेता बृजनाथी हत्याकांड का आरोपी था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और बेउर जेल भेजा। उसकी तबीयत खराब होने के बाद वह पीएमसीएच गया जहां से वह फरार हो गया। एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि सोहन अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है। पुलिस उसे तलाश रही है।
कोई कार्रवाई नहीं की, जीआरपी ने पल्ला झाड़ा तो उग्र हो गए लोग
पुलिस के मुताबिक चार बजे तक रमेश जिंदा था। करीब पौने पांच बजे एक रेलकर्मी पावर हाउस कक्ष में गया तो देखा कि रमेश की लाश पड़ी है। उसने आकर रेलकर्मियों व अन्य को इसकी जानकारी दी। परिजनों का कहना है कि उसकी हत्या हुई है। उसने खुदकुशी नहीं की है। जब इस बात की जानकारी जीआरपी को दी गई तो कोई कार्रवाई न करते हुए मामला फतुहा थाने का बता पल्ला झाड़ लिया। इसी से लाेग उग्र हो गए। मौके पर पहुंचे रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि रमेश की गला दबाकर हत्या हुई है। उसने खुदकुशी नहीं की है। सीमा विवाद का कोई मामला नहीं था।
पटना जंक्शन से गई पुलिस, लाठीचार्ज
हंगामे को देखते हुए रेल एसपी अशोक कुमार सिंह, राजेंद्रनगर टर्मिनल आरपीएफ आरआर कश्यप, पटना जंक्शन जीआरपी थानेदार रवि प्रकाश के साथ ही बख्तियारपुर से आरपीएफ व जीआरपी के अलावा दानापुर मंडल से भी पुलिस को वहां भेजा गया। भारी तादाद में फतुहा स्टेशन के पास पहुंचने के बाद पुलिस ने उग्र लोगों को खदेड़ना शुरू किया। लोग मानने को तैयार नहीं थे। उसके बाद लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। करीब सवा आठ बजे पुलिस लाश को पोस्टमार्टम कराने के लिए एनएमसीएच ले गई। उसके बाद इस रूट पर रेल परिचालन शुरू हुआ।