भागलपुर. हाईकोर्ट ने सड़कों पर पार्किंग व अतिक्रमण पर कहा है कि सड़क मॉल, होटल व शॉपिंग सेंटरों के लिए नहीं, लोगों के लिए है। भले ही यह टिप्पणी पटना के लिए की गई हो, लेकिन भागलपुर के हालात भी बिल्कुल वैसे ही हैं। किसी भी बाजार व चौराहे पर निकल जाइये, मॉल, शॉपिंग सेंटरों व होटलों ने सड़क को ही पार्किंग बना ली है। अधिकतर मॉल व होटल में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। शॉपिंग सेंटरों ने बेसमेंट में भी दुकान खोल ली है और गाड़ियों रोड पर लगती है। इस कारण हमेशा सड़क पर जाम लगता है। लोगों को निकलना मुश्किल हो जाता है। लेकिन नगर निगम के जिम्मेदारों को यह नहीं दिख रहा है। जाम के कारण स्कूली बस फंस जाती है। बच्चों को काफी दिक्कत होती है। सदर एसडीओ आशीष नारायण ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश का अध्ययन किया जाएगा। सड़क से अतिक्रमण हटाने की दिशा में जल्द पहल की जाएगी। जिन मॉल ने सड़क पर कब्जा किया है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कार्रवाई का केवल डर दिखाता है नगर निगम
शहर के प्रमुख चौक-चौराहे पर बना पार्किंग की सुविधा के मॉल व शॉपिंग सेंटर बना दिए गए। पार्किंग के लिए संचालकों ने सड़क का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। अब यह परिपाटी ही बन गई है। लिहाजा शहर की सड़कें इन मॉल व शॉपिंग सेंटरों की वजह से जाम से जूझ रही हैं। लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। अब जब हाईकोर्ट की टिप्पणी आयी है तो निगम प्रशासन फिर से नोटिस व कार्रवाई की बात कर रहा है। दैनिक भास्कर ने मंगलवार को शहर के पांच प्रमुख स्थानों का जायजा लिया तो यह हकीकत सामने आई।
लालबाग : सैंडिस कंपाउंड की दीवार के सटाकर लगाई जाती हैं गाड़ियां
यहां के मॉल में पार्किंग बनी है पर उसका इस्तेमाल गोदाम के रूप में होता है। यहां आने वाले ग्राहकों की गाड़ियां सैंडिस की दीवार से सटाकर लगवाई जाती हैं, कुछ मॉल के सामने खड़ी रहती हैं। प्रतिदिन शाम पांच बजे से रात नौ बजे तक यहां जाम लगता है। पूर्व एसडीओ कुमार अनुज ने मॉल संचालक के खिलाफ एक्शन लेते हुए नापी भी कराई थी। कुछ बंद रहा फिर पहले की तरह हो गया।