पटना.  रेलवे टेंडर घोटाला मामले में राजद प्रमुख लालू यादव परिवार की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) ने लालू यादव, राबड़ी यादव, तेजस्वी यादव और प्रेम चंद्र गुप्ता सहित 12 लोगों के खिलाफ शुक्रवार को चार्जशीट दायर कर दिया। लालू परिवार पर आईआरसीटीसी के दो होटलों के टेंडर में हेराफेरी का आरोप है। सीबीआई ने इस मामले में 16 अप्रैल को आरोप-पत्र दायर किया था।
ईडी लालू परिवार से जवाब चाहिए, बयानबाजी नहीं: मोदी
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि रेलवे के होटलों के बदले में करोड़ों रुपए की जमीन लेने के मामले में लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत 13 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर होना राजद के शीर्ष नेतृत्व के लिए शर्मनाक है। लेकिन यह पार्टी अपनी करनी पर शर्मसार होने के बजाय सरकार पर अनर्गल आरोप लगाने की थेथरोलॉजी पर उतारू है। ईडी को लालू परिवार से आरोप पत्र का बिंदुवार जवाब चाहिए, बयानबाजी नहीं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहिया में महिला को निर्वस्त्र कर पीटने जैसे घृणित कृत्य में जिस पार्टी के आधा दर्जन लोग आरोपी हैं, उसके नेता किस मुंह से सरकार को कोस रहे हैं? प्रशासन और कानून तो अपना काम कर रहा हैं, लेकिन विपक्ष अपने भीतर झांकने का काम बंद कर चुका है। चोर से कहो कि चोरी करे और कोतवाल से पूछो कि तुमने पकड़ा क्यों नहीं? मुद्दाविहीन विपक्ष अपराधियों का दुस्साहस बढ़ा रहा है।
क्या है आईआरसीटीसी घोटाला?
आईआरसीटीसी (भारतीय रेल पर्यटन एवं खानपान निगम) टेंडर घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू यादव पर आरोप है कि उन्होंने साल 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए एक निजी कंपनी को अवैध तरीके से भुवनेश्वर और रांची में दो होटलों को चलाने का ठेका दिया। इसके एवज में उन्हें पटना के सगुना मोड़ इलाके में इस कंपनी ने 3 एकड़ जमीन मुहैया कराई थी। इस मामले में सीबीआई ने लालू यादव, राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

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